
एके 47 गैंग के नाम पर कुशीनगर व्यापारी से 5 करोड़ की फिरौती मांगने वाला गिरफ्तार, पुलिस ने चन्द घंटों में किया खुलासा
पड़रौना कुशीनगर, कोतवाली पडरौना क्षेत्र में एक स्वर्ण व्यापारी से 5 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने और जान से मारने की धमकी देने के मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए कुछ ही घंटों में एक युवक को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार, आरोपी ने खुद को “ए.के 47 गैंग” का सदस्य बताते हुए व्यापारी को धमकी दी थी, लेकिन पूछताछ में उसने कबूल किया कि गैंग का नाम सिर्फ डराने के लिए इस्तेमाल किया गया था।
- पूरा मामला:
- स्वर्ण व्यापारी से 5 करोड़ की रंगदारी मांगी गई थी, और न देने पर जान से मारने की धमकी दी गई। इस घटना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक कुशीनगर संतोष कुमार मिश्रा ने तत्काल कई टीमों का गठन किया।
- थाना कोतवाली पडरौना पर मु0अ0सं0 419/2025 धारा 308(2), 351(3) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया। इसके बाद थाना नेबुआ नौरंगिया, स्वाट टीम, साइबर सेल और सर्विलांस की संयुक्त टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अभियुक्त आर्यन उपाध्याय पुत्र ध्रुप नारायण उपाध्याय निवासी सरपतही बुजुर्ग, थाना नेबुआ नौरंगिया को गिरफ्तार कर लिया।
- पूछताछ में बड़ा खुलासा:
- पूछताछ के दौरान आर्यन उपाध्याय ने बताया कि वह व्यापारी को डराना चाहता था, इसलिए उसने ‘ए.के 47 गैंग’ का नाम लेकर धमकी दी। उसने स्वीकार किया कि उसका कोई गैंग नहीं है और यह सब उसने गुस्से में आकर किया। इतना ही नहीं, पूछताछ में यह भी सामने आया कि उसने कुछ दिन पहले नेबुआ नौरंगिया क्षेत्र में एक पत्रकार को भी धमकाया था।
- बरामदगी:
- अभियुक्त के पास से अपराध में प्रयुक्त मोबाइल फोन बरामद किया गया है। इसी फोन से धमकी दी गई थी। पुलिस इस आधार पर आगे की विधिक कार्यवाही कर रही है।
- पंजीकृत मामले:
- 1. मु0अ0सं0 419/2025 धारा 308(2), 351(3) बीएनएस – थाना को0 पडरौना
- 2. मु0अ0सं0 283/2025 धारा 351(2) बीएनएस व 67 IT ACT – थाना नेबुआ नौरंगिया
- गिरफ्तारी करने वाली टीम:
- प्रभारी निरीक्षक हर्षवर्धन सिंह, थाना को0 पडरौना
- प्रभारी निरीक्षक आशुतोष कुमार सिंह, स्वाट टीम
- प्रभारी निरीक्षक मनोज पंत, साइबर सेल
- थानाध्यक्ष दीपक कुमार सिंह, थाना नेबुआ नौरंगिया
- पुलिस की तत्परता से मचा अपराधियों में हड़कंप:
- कुशीनगर पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई से एक बड़ा अपराध समय रहते टल गया। जिले में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस की यह कार्रवाई एक मिसाल बन गई है। पुलिस अधीक्षक श्री संतोष कुमार मिश्रा ने साफ संकेत दिया है कि जनपद में रंगदारी, धमकी और साइबर अपराध को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।