
भारत में पक्षियों की 1036 प्रजातियां
मां सरस्वती शिक्षा समिति के प्रबंधक एवं जीव दया स०स० डॉ एच सी विपिन कुमार जैन ने कहा कि भारत में पक्षियों की 1036 प्रजातियां हैं। जो की दुनिया में तीसरे स्थान पर हैं।ग्रेट बैकयार्ड बर्ड काउंट (जीबीबीसी) के अनुसार, कोलंबिया में सबसे ज्यादा 1,363 और इक्वाडोर में 1,130 पक्षी प्रजातियों की पहचान की गई। वहीं, ब्राजील 1,007 प्रजातियों के साथ चौथे स्थान पर है।
पहला जीबीबीसी है, जब देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पक्षी प्रेमियों ने इसमें हिस्सा लिया है। इस साल केरल में सबसे अधिक संख्या में चेकलिस्ट दर्ज की गईं, जिनकी कुल संख्या 14,023 रही। इसके बाद 13,661 चेकलिस्ट के साथ तमिलनाडु दूसरे, जबकि 5,725 सूचियों के साथ महाराष्ट्र तीसरे स्थान पर रहा। वहीं कर्नाटक में 5,140, मध्य प्रदेश में 3,260, पश्चिम बंगाल में 2,806 और उत्तराखंड में 2,234, जबकि राजस्थान में 1,961 सूचियां सबमिट की गई।
शिवानी जैन एडवोकेट जीव दया स०स०, बीना एडवोकेट, डॉ अनीता चौहान, डॉ अनिल जैन, डॉक्टर एच सी अंजू लता जी जीव दया स०स०, डॉ कंचन जैन आदि ने कहा कि पश्चिम बंगाल में सबसे अधिक, 538 पक्षी प्रजातियां दर्ज की गई। वहीं इसके बाद उत्तराखंड में 426, असम में 420, महाराष्ट्र में 403, अरुणाचल प्रदेश में 396, कर्नाटक में 387, तमिलनाडु में 358, गुजरात में 354, केरल में 340, आंध्र प्रदेश में 321, हिमाचल प्रदेश में 321 और राजस्थान में 305 प्रजातियां रिकॉर्ड की गई।
इस वर्ष भारतीय पक्षी प्रेमियों की ओर से देखी गई कुछ प्रमुख प्रजातियां में नीलगिरी लाफिंग थ्रश, व्हाइट हेडेड स्टार्लिंग, अंडमान ट्रिपी, फारेस्टओवर लेट बुगुन
हैं।