उत्तर प्रदेशबस्ती

असनहरा चौकी इंचार्ज जय विंद पुलिस अधीक्षक अभिनंदन की करवाने में लगे हैं किरकिरी

 

*असनहरा चौकी इंचार्ज जय विंद पुलिस अधीक्षक अभिनंदन की करवाने में लगे हैं किरकिरी*

-मानव तस्करी से संबंधित मामले में इतनी बड़ी संवेदनहीनता क्यों

बस्ती–पुलिस अधीक्षक अभिनंदन एक तरफ पुलिस की छवि को साफ सुथरा करने में लगे हैं! दिन रात कभी मीटिंग के माध्यम से तो कभी ख़ुद फिल्ड में उतरकर तो कभी रात में थाना और चौकी पर पहुंच कर क्राइम का ग्राफ कम करने में लगे हैं! तो वहीं चौकी इंचार्ज जय विंद यादव जोकि इससे पहले मड़वानगर चौकी इंचार्ज थे वहां पर भी इनका नाता विवादों से खूब रहा! लेकिन दबंग छवि लाइम लाइट और अख़बारों की सुर्खियों में बने रहने की अपनी आदत! से वह असनहरा चौकी पर भी बाज नहीं आ रहे हैं! अगर पीड़ित को न्याय चाहिए तो आप इनसे उम्मीद नही कर सकते! क्योंकि ये लगता है कि महाशय अलग से कानून की पढ़ाई किए हैं! जो जिले के अधिकारी शायद नहीं पढ़े! झूठ तो ये इतनी बखूबी बोलते हैं कि अगर पक्का सबूत ना हो तो विश्वास करना मुश्किल हो जाएगा! दरअसल आप इनको तब जानेंगे जब आपको ये अपने चंगुल में फंसा पाएंगे! कितना भी संवेदनशील मामला हो यह अपने वाले कानून के हिसाब से हैंडल करते हैं! आपको बता दें कि सोनहा थाना क्षेत्र बैडवा समय माता मन्दिर पर 07/02/2025 को मानव तस्करी से संबंधित मामला सामने आया था! क्योंकि थाना प्रभारी निरीक्षक को चोरी की बाइक बरामदी को लेकर पुलिस मुख्यालय बस्ती पीसी में जाना था लेकिन मामले की गंभीरता को देखते हुए चौकी इंचार्ज जय विंद और थाने के एक SI को मौके पर जाने और पूरे मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए गहनता से जांच कर कार्यवाही करने को कहा लेकिन चौकी इंचार्ज जय विंद यादव तो ठहरे अपने मर्जी के मालिक उन्हें कोई आदेशित करे यह उन्हें कहां मंजूर था! फिर उन्होंने वही किया जिसके लिए वह चर्चित हैं! वहां गए तो लेकिन वहां पहले से मौजूद डायल 112 के सिपाहियों ने उन्हें कहा साहब कोई महिला पुलिस नहीं है महिला पुलिस बुला रहा हूं आ जाएं तो महिलाओं को थाने पर पहुंचा दूंगा! लेकिन साहब ने एक ना सुना क्योंकि साहब के शान में गुस्ताख़ी हो रही थी! लड़के को वही छोड़ तीन महिलाओं को जय विंद यादव अपनी पर्सनल चार पहिया वाहन से थाने पर लाए रास्ते में क्या हुआ कोई नहीं जनता! सूचना कितनी गंभीर थी सबको पता था लेकिन इतने संवेदनशील मामले में संवेदनहीनता दिखाते हुए आरोपियों को ही छोड़ दिया! ऐसे मामले में इतना गैर जिम्मेदाराना रवैया क्या पुलिस प्रशासन पर प्रश्न चिन्ह खड़ा नहीं करता! क्या इसमें थाना प्रभारी से लेकर पुलिस अधीक्षक अभिनंदन की किरकिरी कराने की बड़ी साजिश तो नहीं थी! अगले अंक में इससे आगे की बात जरूर जानिए! जय विंद यादव की कहानी! चौकी इंचार्ज मड़वानगर से लेकर चौकी इंचार्ज असनहरा तक! पत्रकारों के साथ जय विंद का रवैया आदि!

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