
कुशीनगर। दुदही विकास खंड के अंतर्गत आने वाली किसी भी सहकारी समिति पर इस समय यूरिया उपलब्ध नहीं है। धान की खेती के लिए यह समय अत्यंत महत्वपूर्ण होता है और ऐसे में यूरिया की अनुपलब्धता किसानों के लिए गहरी चिंता का कारण बन गई है।
खेतों की तैयारी पूरी है, रोपाई का समय चल रहा है, लेकिन यूरिया न मिलने से किसानों की मेहनत अधर में लटक गई है। किसानों का कहना है कि वे पिछले कई दिनों से समितियों के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन हर जगह से खाली हाथ लौटना पड़ रहा है।
किसान बोले: कहां जाएं, किससे कहें?
स्थानीय किसानो ने कहा, “हर दिन समिति जाते हैं, लेकिन कर्मचारी कहते हैं कि स्टॉक नहीं आया। अब प्राइवेट दुकान वाले मनमाने दाम वसूल रहे हैं। गरीब किसान क्या करे?”
एक अन्य किसान ने बताया कि, “बिना यूरिया के धान की खेती अधूरी है। अगर यही हाल रहा तो फसल पर असर पड़ेगा और नुकसान उठाना पड़ेगा।”
प्रशासन का जवाब
कृषि विभाग के सूत्रों का कहना है कि समितियों के लिए यूरिया की आपूर्ति जल्द की जाएगी। संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए जा चुके हैं और जल्द ही स्टॉक आने की संभावना है।
किसानों की मांगें
तत्काल यूरिया की आपूर्ति हो वितरण प्रक्रिया पारदर्शी हो निजी दुकानों की कालाबाजारी पर रोक लगे
निष्कर्ष
जब खेतों में मेहनत हो, लेकिन खाद ना मिले, तो किसान का हौसला टूटता है। दुदही ब्लॉक के किसानों को जल्द से जल्द राहत देने की आवश्यकता है, ताकि वे समय पर रोपाई कर सकें और अन्नदाता की भूमिका निभा सकें।