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कोटड़ा के 13 गांव में स्कूल खोलने और स्कूल भवनों की मरम्मत के लेकर कलेक्टर को दिया ज्ञापन

कोटड़ा के 13 गांव में स्कूल खोलने और स्कूल भवनों की मरम्मत के लेकर कलेक्टर को दिया ज्ञापन

वंदे भारत लाइव टीवी न्यूज़
उदयपुर ब्यूरो चीफ/लिम्बाराम उटेर

कोटड़ा इलाके में आजादी के बाद से आज भी 13 गांव ऐसे है जिनमें पढ़ने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। शिक्षा का अधिकार कानून 2009 में आया जो संविधान के मौलिक अधिकार से प्रेरित था। कानून में।प्रत्येक राजस्व गांव में कम से कम एक सरकारी स्कूल की अनिवार्य होने की बात कही गई।।लेकिन आदिवासी इलाके कोटड़ा में ही चक गोड़ीमाल, वावविरान, चक अंटालिया, तिलारनी, जलेरी, नाल डिंगवारी, पिपलदरी, नाल साँड़मारिया, खोडी बड़ली, बुझरी, मजरासई, चक भामटी, गुरा में ना तो विद्यालय है और ना ही आंगनबाड़ी जैसी कोई सुविधा नहीं है इन क्षेत्र में विद्यालय स्थापित हो तो बच्चे शिक्षा से वंचित नहीं रहेंगे।

इसको लेकर क्षेत्र में कार्यरत कोटड़ा आदिवासी संस्थान और समुदाय के लोगों द्वारा जिला कलेक्टर से मुलाकात कर समस्या से अवगत करवाया।

संस्थान के सचिव बाबूलाल गमार ने बताया की विगत 5 वर्षों से हम समुदाय के साथ मिलकर कोशिश कर रहे है कि कोटड़ा के हर गांव में पढ़ाई का कोई ना कोई ढांचा हो ताकि बच्चे पढ़े। लेकिन अभी भी 13 गांव में शिक्षा का अंधियारा है।

9 विद्यालय के क्षतिग्रस्त भवनों के मरमत की मांग की
जिला कलेक्टर को बताया कि कोटड़ा में कुल 354 विद्यालय मेसे 350 स्कूल भवनों की हालत खराब है जिनमें कोटड़ा के 9 विद्यालय गरा, लोहरी, बुढिया, सौन्द्रफ, वागावत, सरली की नाल, मालदरकला, माणाऱमजा और हर ऐसे है जो गिर गए है और क्षतिग्रस्त है। इनकी जल्द से जल्द मरम्मत की मांग की गई।

बाल श्रम प्रभावित इलाकों में विशेष पैकेज की मांग की
कोटड़ा गुजरात के सीमा पर है जहाँ से बालश्रम अधिक होता है इसके लिए विशेष आजीविका बढ़ाने का पैकेज तैयार किया जाए। जिससे परिवार की आजीविका का संसाधन खड़ा हो और बाल श्रम पर रोक लगे।

आधार मशीन नहीं जिससे लोग आधार बनवाने जा रहे गुजरात ओर अन्य जिलों में
कोटड़ा में आधार मशीन नहीं होने से बच्चों, महिलाओं ओर वृद्धजानो को हो रही समस्या को बताया गया। इस पर जिला कलेक्टर निमित मेहता द्वारा बताया गया उच्चाधिकारियों को इससे अवगत करवाया है जल्द ही आधार मशीन की समस्या का स्थाई समाधान करेंगे।

इसके साथ ही जिन विद्यालयों के भवन बारिश में गिर गए है उनको प्राथमिकता से DMFT और अन्य बजट से मरम्मत करवाई जाएगी।

इस दौरान संस्थान के होमाराम गरासिया, मोईन शेख, अन्नालाल खैर और समुदाय से लक्ष्मी बाई, वागाराम, चुन्नीलाल मौजूद रहे।

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