
देवरिया, महर्षि देवरहा बाबा स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय की ओपीडी सोमवार को रोगियों से ठसाठस भरी रही। क्षमता से अधिक भीड़, उमस और गर्मी के चलते रोगियों और साथ आए परिजनों का दम फूलता रहा। कई बार लोग कतार से निकलकर बाहर आकर कुछ देर साफ हवा में सांस लेकर अंदर आते जाते रहे। वहीं कुछ लोग थककर फर्श पर बैठ कर अपनी बारी का इंतजार करते रहे।
मेडिकल कालेज में सुबह से ही रोगियों का आना जारी रहा। सप्ताह का पहला दिन होने के चलते भीड़ कुछ अधिक रही। पंजीकरण काउंटर पर रोगियों की भीड़ के चलते उमस व गर्मी काफी बढ़ गई थी। यहां कतार में खड़े लोगों का दम फूलता रहा। काउंटर पर पर्ची बना रहे युवाओं के तेजी से काम करने के बावजूद रोगियों को पर्ची पाने में आधे घंटे से अधिक का समय लग रहा था। हालात यह रहा कि पंजीकरण हाल से पैथालाजी या किसी भी ओपीडी तक जाने के लिए जगह नहीं मिल पा रही थी।
किसी तरह दाएं या बाएं होने के बाद अंदर ओपीडी गैलरी में भारी भीड़ और लंबी कतारों में खड़े लोगों की भीड़ के चलते अंदर जाना कठिन था। पंजीकरण हाल से दाईं तरफ मेडिसीन विभाग के कक्ष संख्या एक से लेकर रैंप के मुहाने तक रोगियों की कतार लगी रही। किसी तरह भीड़ से जगह बनाकर अंदर पहुंचने पर हालात और खराब थे।
मेडिसीन की ओपीडी में कक्ष संख्या एक से लेकर तीन तक और मनोरोग विभाग के कक्ष संख्या चार के सामने भारी भीड़ के चलते किसी नए व्यक्ति का गलियारे में पैर रखना कठिन हो रहा था। टीबी व चेस्ट रोग के कक्ष संख्या पांच के बाहर भी बड़ी संख्या में रोगियों की कतार लगी थी। यहां से अंदर कम्युनिटी मेडिसीन के कक्ष संख्या छ:, चर्म रोग विभाग के कक्ष संख्या सात के सामने भी लंबी कतार लगी रही। नाक कान गला रोग विभाग के कक्ष संख्या आठ के सामने भी यही हालात रहे।
रोगियों की कतार लंबी होती मुड़ती हुई नेत्र रोग विभाग के सामने तक पहुंच गई। सर्जरी विभाग में हालात इससे इतर नहीं रहे। यहां पर अपनी बारी का इंतजार करते लोग थककर फर्श पर बैठ गए। आगे हाल से बाएं मुड़कर हड्डी रोग विभाग की ओपीडी में घुसने से पहले एक्सरे कराने वालों की कतार लगी रही। अंदर ओपीडी हाल में रोगियों व परिजनों की भीड़ के चलते एयरकंडीशनर बेअसर साबित हो रहे थे। यहां कक्ष संख्या 19, 20 व 21 के सामने कतार और प्लास्टर कक्ष के सामने भीड़ से लोग बेदम हुए जो रहे थे।
आधे घंटे डाउन रहा पैथालॉजी का सर्वर
ओपीडी में भीड़ से उपजी दुश्वारियों से परेशान रोगी व उनके परिजन डॉक्टर की लिखी जांच कराने पैथालॉजी पहुंचे तो यहां सर्वर डाउन मिला। करीब 12:30 बजे से एक बजे तक सर्वर डाउन रहा। इस आधे घंटे में कतार में खड़े लोग परेशान हो गए। वहीं काउंटर पर कार्यरत कर्मचारियों के समझाने के बाद भी लोग अधीर हुए जा रहे थे। एक बजे कामकाज सामान्य हुआ, तब जाकर लोगों ने राहत की सांस ली।
ओपीडी में आए 3000 रोगी
मेडिकल कालेज की ओपीडी में सोमवार को 2500 नए रोगियों ने पंजीकरण कराया। वहीं करीब 500 पुराने रोगी डॉक्टर को दिखाए। न रोगियो में सबसे अधिक 622 रोगी मेडिसीन विभाग की ओपीडी में आए। वहीं करीब चार सौ नए रोगियों ने हड्डी रोग विभाग में अपना इलाज कराया। 232 नए रोगियों ने स्त्री व प्रसूति रोग विभाग में इलाज कराया। दो सौ से अधिक रोगी चर्म रोग विभाग में आए।
बाल रोग विभाग में भी दो सौ रोगियों ने चिकित्सा कराया। टीबी रोग में 127, मानसिक रोग में 88, सर्जरी में 157, ईएनटी में 155 रोगियों ने डॉक्टर को दिखाया। दंत रोग में मरीज अपेक्षाकृत काफी कम महज 39 नए रोगी रहे। वहीं कम्युनिटी मेडिसीन में 86 रोगियों ने इलाज कराया।
वोल्टेज हाई होने से ठप रहा नया डिजिटल एक्सरे
मेडिकल कालेज में लगी नई डिजिटल एक्सरे मशीन अभी भी पूरी तरह क्रियाशील नहीं हो सकी है। मशीन को अर्थिंग से जोड़ दिया गया। पर हाईवोल्टेज समस्या बना हुआ है। इसके चलते मशीन के इन्वर्टर में एक पार्ट खराब हो गया। सूत्रों की मानें तो मशीन को 220 की जगह कई बार 260 वोल्ट की सप्लाई मिल रही है। इसके चलते समस्या आ रही है। कालेज प्रशासन ने बिजली कंपनी के इंजीनियरों को वोल्टेज कंट्रोल करने को कहा है।