
श्रीमद्भागवत कथा के छ्ठे दिन हुआ श्री कृष्ण और रूक्मणी का विवाह राजस्थान धड़कन न्यूज़ विनोद खन्ना भादरा तहसील के निकटवर्ती गांव गांधी बड़ी में छ्ठे दिन बुध्दवार को कथावाचक स्वामी श्री श्यामानंद जी महाराज रामतलाई धाम भादरा नए श्रद्धालुओं को श्री कृष्ण और रुक्मणी के विवाह की अमृत वर्षा का श्रद्धालुओं को रसपान करवाया। श्रीमद् भागवत कथा के दौरान बीच-बीच में सुंदर-सुंदर झांकियों की भी प्रस्तुतियां रहीं। श्रीकृष्ण एवं रूक्मणी विवाह उत्सव पर भी मनोहर झांकी प्रस्तुत की गई।कथावाचक स्वामी जी ने नंद बाबा व गोपियों द्वारा भगवान श्रीकृष्ण के प्रभाव की चर्चा, वज्र यात्रा,श्री कृष्ण व बलराम का मथुरा गमन,कंश चाणुर, मुष्टिका का वध, भगवान श्री कृष्ण का गुरुकुल में प्रवेश, अमर गीत, जरासंध से युद्ध, द्वारका पुरी निर्माण का भी वर्णन किया। कथावाचक ने भगवान श्री कृष्ण रुक्मणी विवाह प्रसंग को सुनाते हुए कहा की भगवान श्री कृष्ण का प्रथम विवाह विदर्भ देश के राजा की पुत्री रुक्मणी के साथ संपन्न हुआ। कथावाचक ने कहा कि जब तक जब में अभियान रहता है भगवान उनसे दूर हो जाता है इसलिए व्यक्ति को अभियान का मार्ग छोड़कर संस्कार युक्त जीवन जीना चाहिए