
संभल में जामा मस्जिद जिसे हिंदू पक्ष हरिहर मंदिर
कहता है, उसके सर्व को लेकर हुए बवाल पर मुरादाबादके पूर्व सपा सांसद डॉ. एसटी हसन ने प्रतिक्रिया दीहै। हसन ने कहा, अगर हिंदु मुसलमान के बीच की येसियासत बंद नहीं की गई तो आने वाली नस्लें खतरें मेंपड़ जाएंगी।
हसन ने मुस्लिमों से संयम बरतने की अपील की है।उन्होंने कहा कि, खरबूजा छुरी के ऊपर गिरे या छुरीखरबूजे के ऊपर गिरे, कटना खरबूजे को ही होता है।इसलिए मुसलमानों को संयम बरतने ही जरूरत है।हर स्थिति में नुकसान उन्हीं का होना है। एसटी हसन नेमुरादाबाद में अपने आवास पर पत्रकारों से वार्ता में कहाकि, संभल में रविवार सुबह जो बवाल हुआ वो बेहददुर्भाग्यपूर्ण है। ऐसा नहीं होना चाहिए था।
मौलाना से बदसलूकी की अफवाह पर भड़का बवालपूर्व सपा सांसद ने कहा कि, संभल में रविवार सुबहकुछ अफवाहें फैलीं। जिसकी वजह से लोग भड़क गएऔर उन्होंने उत्तेजित होकर पथराव कर दिया। हसन नेकहा कि ये अफवाह फैली थी कि सर्वे करने वाली टीमसुबह 4 बजे मस्जिद में आई और उसने मौलाना से कुछबदसलूकी की।हालांकि ये बात महज एक अफवाह ही निकली। एसटीहसन ने कहा कि मुसलमानों को उकसाने की कोशिेशेंहोंगी, लेकिन उन्हें अपने ऊपर काबू रखना होगा। अगरवो बहके तो उन्हीं का नुकसान होगा।
सर्वे से क्या साबित करना चाहते हैं ये लोग
पूर्व सपा सांसद डॉ. एसटी हसन ने कहा कि 15 अगस्त1947 के दिन जो स्ट्रक्वर जिस हालत में था उसमें चेंजनहीं किया जा सकता। ये स्पष्ट नियम है। इसके बाद भीइस तरह के विवाद रह रहकर उठ रहे हैं। आखिर ये लोगइस तरह के सर्व से क्या साबित करना चाहते है।
ऐसी घटनाएं हिंदुस्तान को 500 साल पीछे खींचकर लेजाएंगी। हिंदु मुसलमान की सियासत बंद होना चाहिए।तभी हमारी नस्लें आजाद हिंदुस्तान में प्यार मोहब्बत सेसांस ले पाएंगी। नहीं तो आने वाली नस्लों के लिए बड़ीमुश्किल होगी।
सर्वे तो बाबरी मस्जिद का भी हुआ था, बदल दी गईरिपोर्ट
पूर्व सपा सांसद ने कहा कि, लोगों को अब सर्वे के ऊपरभरोसा नहीं रहा। हसन बोले- बाबरी मस्जिद का भीतो सर्व हुआ था। एएसआई ने किया था। एएसआई नेअपनी रिपोर्ट में कहा था कि बाबरी मस्जिद की खुदाई। सर्वे हुआ था। एएसआई ने किया था। एएसआई नेअपनी रिपोर्ट में कहा था कि बाबरी मस्जिद की खुदाईके दौरान मंदिर के कोई अवशेष नहीं मिले हैं। लेकिननतीजा तो वही हुआ। रिपोर्ट बदल दी गई और बाद मेंजो हुआ, उसे पूरी दुनिया ने देखा है।मौ दीन पत्रकार रिपोर्टर भोजपुर जिला मुरादाबाद