
सीधी। बीच सडक़ में खड़े ट्रैक्टर को किनारे करने के लिये कहना एक युवक को इतना भारी पड़ गया कि आधा दर्जन से अधिक सरहंगों ने युवक पर जानलेवा हमला कर दिया और तब तक पीटते रहे जब तक वह बेहोश नहीं हो गया। घायल युवक को गंभीर अवस्था में उपचार हेतु जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

मिली जानकारी के अनुसार शहर के वार्ड क्रमांक 5 कोतर कला निवासी आदित्य पति त्रिपाठी पिता श्रीधर पति त्रिपाठी उम्र 31 वर्ष आज सुबह करीब 11 बजे बाइक में शिवकुमार विश्वकर्मा निवासी गाड़ा लोलर सिंह के साथ दक्षिण करौंदिया जा रहे जा रहे थे। गोपालदास मंदिर के नीचे जबकि इनकी बाइक पहुंची तो बीच रोड में एक टै्रक्टर के खड़े होने से रास्ता अवरुद्ध था।
इस पर आदित्य पति त्रिपाठी ने कहां कि बीच रोड से ट्रैक्टर किनारे कर लो और मुझे जाने दो, यह सुनते ही सौरभ सिंह चौहान, रमेश सिंह, विकास रावत आदि मिलकर गाली-गलौज करते हुए हाथ मुक्का व पत्थर से मारपीट शुरू कर दिये। सौरभ सिंह द्वारा फोन कर बात करके सुनील सिंह और उसके साथ 3 अन्य लोगों को बुलाया गया।
इनके द्वारा मारपीट कर आदित्य पति त्रिपाठी को गंभीर रूप से लहूलुहान कर दिया गया। आरोपियों द्वारा यह भी धमकी दी गई कि इस बार बच गये हो दोबारा इधर आये तो जान से खत्म कर देंगे। अस्पताल स्थित पुलिस सहायता केन्द्र में आरोपी सुनील सिंह चौहान, सौरभ सिंह चौहान, रमेश सिंह, विकास रावत एवं अन्य तीन लोग सभी निवासी जमोड़ी के विरूद्ध प्रकरण क्रमांक 43/2025 के अंतर्गत धारा 296, 115(2), 351(2), 351(3), 3(5) बीएनएस के तहत अपराध पंजीबद्ध कर चार आरोपियों को गिरफ्तार कर तहसीलदार के समक्ष पेश किया गया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है वहीं तीन अन्य आरोपी अभी भी फरार है ।

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घटना का मुख्य आरोपी सुनील सिंह जो कि सूत्रों के माने तो भारतीय जनता पार्टी का सदस्य है एवं जनपद पंचायत सीधी अंतर्गत ग्राम पंचायत उड़ैसा में सचिव के पद पर कार्यरत है तथा उसे ग्राम पंचायत कोचिला का भी अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है लेकिन वह अपने पंचायत क्षेत्र में न रहकर सीधी जिला मुख्यालय में निवास करता है तथा ऐसी घटनाओं में सदैव पाया जाता है।
घटना का मुख्य आरोपी सुनील सिंह जो कि सूत्रों के माने तो भारतीय जनता पार्टी का सदस्य है एवं जनपद पंचायत सीधी अंतर्गत ग्राम पंचायत उड़ैसा में सचिव के पद पर कार्यरत है तथा उसे ग्राम पंचायत कोचिला का भी अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है लेकिन वह अपने पंचायत क्षेत्र में न रहकर सीधी जिला मुख्यालय में निवास करता है तथा ऐसी घटनाओं में सदैव पाया जाता है।
सूत्रों से हासिल जानकारी के मुताबिक शहर के एक विशिष्ट जन प्रतिनिधि द्वारा पुलिस एवं तहसीलदार को फोन कर एफआईआर करने से मना किया गया था एवं जमानत देने के लिए दबाव बनाया गया था लेकिन तारीफ करनी होगी थाना प्रभारी की जिन्होंने उसे जन प्रतिनिधि की बात को ना करते हुए उन्हें आईना दिखाने का काम किया है। सूत्रों की बातों पर यकीन किया जाए तो यह महिला जनप्रतिनिधि भारतीय जनता पार्टी में एक विशिष्ट पद पर है जिन्हें थाना प्रभारी ने सारंग अपराधियों के विरुद्ध कार्यवाही कर आईना दिखाने का काम किया है।