A2Z सभी खबर सभी जिले की

गया कॉलेज मे नई आधारभुत सारांचनाओं के विकास और शिक्षा की गुनवता सुधारने की घोषणा स्वागत योग्य है l

प्रेस विज्ञप्ति

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, गया कॉलेज, गया

गया कॉलेज में नई आधारभूत संरचनाओं के विकास और शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने की घोषणा स्वागत योग्य है, लेकिन यह पहली बार नहीं है जब ऐसे वादे किए गए हैं।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, गया कॉलेज के अध्यक्ष राहुल कुमार ने कहा कि मीडिया के माध्यम से प्राचार्य द्वारा की गई कई घोषणाओं की जानकारी मिलती रही है, लेकिन वास्तविकता यह है कि कॉलेज के बुनियादी ढांचे और शैक्षणिक सुविधाओं में कोई बड़ा सुधार नहीं हुआ है। यह आशंका बनी हुई है कि यह भी सिर्फ एक औपचारिक बयान बनकर रह जाएगा, जिसका कोई ठोस क्रियान्वयन नहीं होगा।

कॉलेज प्रशासन द्वारा विभिन्न विकास कार्यों और योजनाओं की घोषणा की गई है, लेकिन अतीत में कई योजनाएँ सिर्फ कागजों तक ही सीमित रह गईं। 60 कमरों के छात्रावास की घोषणा की गई है, लेकिन वर्तमान में छात्रावास में रह रहे विद्यार्थियों को जिन बुनियादी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, उन पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। पुस्तकालय, प्रयोगशालाएँ और अन्य सुविधाएँ वर्षों से सुधार की माँग कर रही हैं, लेकिन प्रशासन केवल नए वादों तक ही सीमित है। अगर छात्रावास बन भी जाता है, तो क्या उसमें पर्याप्त सुविधाएँ होंगी? यह भी एक गंभीर सवाल है।

राहुल कुमार ने कहा कि गया कॉलेज में शिक्षा से अधिक ठेकेदारी पर ध्यान दिया जा रहा है। जिस तरह से प्राचार्य छात्रों के मुद्दों को अनदेखा कर ठेकेदारी कार्यों को प्राथमिकता दे रहे हैं, वह शिक्षा के मंदिर के लिए खतरा है। आज कॉलेज में छात्रों को पीने का शुद्ध पानी तक उपलब्ध नहीं है, शौचालयों की भारी कमी है, पुस्तकालय में पर्याप्त पुस्तकें नहीं हैं, कक्षाएँ और कैंपस गंदगी से भरा हुआ है, लेकिन इन मुद्दों पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा।

इसके विपरीत, कॉलेज प्रशासन ठेकेदारी कार्यों में लिप्त होकर अपनी गलतियों को छुपाने और राजनीतिक एजेंडा आगे बढ़ाने में लगा है। ऐसा प्रतीत होता है कि मगध विश्वविद्यालय के कुलपति भी गया कॉलेज के प्राचार्य के साथ मिलकर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं।

कॉलेज मंत्री चंदन कुमार ने कहा कि केवल इन्फ्रास्ट्रक्चर सुधारने से शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार नहीं आएगा। जब तक शिक्षकों की संख्या नहीं बढ़ाई जाएगी और उनकी योग्यता में सुधार नहीं किया जाएगा, तब तक शैक्षणिक माहौल में बदलाव संभव नहीं है।

उन्होंने आगे कहा कि गया कॉलेज में शैक्षणिक अराजकता चरम पर है। विश्वविद्यालय प्रशासन भी इस भ्रष्टाचार में बराबर का भागीदार नजर आ रहा है। ऐसे में, माननीय राज्यपाल महोदय को हस्तक्षेप कर गया कॉलेज में हो रही अनियमितताओं की जाँच करानी चाहिए।

कॉलेज प्रशासन और प्राचार्य की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि कई शैक्षणिक योजनाएँ समय पर पूरी नहीं हो पातीं और भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाती हैं। गया कॉलेज में पहले भी कई विकास कार्यों की घोषणाएँ हुईं, लेकिन पारदर्शिता की कमी के कारण छात्र और शिक्षक दोनों प्रभावित हुए हैं।

आज कॉलेज के प्राचार्य बड़े नेताओं और मंत्रियों को बुलाकर, कुलपति का डर दिखाकर छात्र-छात्राओं की आवाज़ को दबाने का प्रयास कर रहे हैं, जो शिक्षा जगत के लिए गंभीर खतरा है। कॉलेज प्रशासन का यह रवैया न केवल अलोकतांत्रिक है, बल्कि छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ भी है।

– अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, गया कॉलेज, गया

त्रिलोकी नाथ डिस्ट्रिक्ट डिवीज़न हेड गया
वन्दे भारत लाइव टीवी न्यूज़

Back to top button
error: Content is protected !!