
हवाई फोटोग्राफी और निगरानी
उत्तर प्रदेश में अगले दो दिनों तक हेलीकॉप्टरों की आवाजाही बढ़ने वाली है. राज्य सरकार ने आगामी धार्मिक और पर्यटन कार्यक्रमों के मद्देनजर हेलीकॉप्टर सेवाओं को सक्रिय किया है. इस दौरान हेलीकॉप्टर विभिन्न स्थानों पर उड़ान भरेंगे और घर.घर की हवाई तस्वीरें लेंगे.
हवाई फोटोग्राफी और निगरानी
राज्य सरकार ने अयोध्या, मथुरा, आगरा, वाराणसी, प्रयागराज, लखनऊ, गोरखपुर, नैमिषारण्य, कपिलवस्तु और अन्य प्रमुख धार्मिक स्थलों से हेलीकॉप्टर सेवाएं शुरू की हैं. इन सेवाओं के तहत, श्रद्धालु और पर्यटक हवाई मार्ग से इन स्थलों तक पहुंच सकते हैं. हेलीकॉप्टरों द्वारा इन स्थलों की हवाई तस्वीरें ली जाएंगी. जो श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए एक नई अनुभव प्रदान करेंगी. झांसी के आसमान में अगले दो दिन तक अगर आपको हेलीकॉप्टर उड़ता दिखाई दे जाए, तो चौंकिएगा मत. यह सर्वे हो रहा है. महानगर के आसमान पर अगले 2 दिन हेलिकॉप्टर उड़ान भरेगा और इसमें लगा लिडार सेंसर महानगर की ऊँची-ऊँची बिल्डिंग की जमीन से ऊँचाई का आकलन करेगा. सर्वे के लिए महानगर में 128 पॉइण्ट चिह्नित किए गए हैं,
जहां से 161 किलोमीटर के एरिया को कवर करते हुए तस्वीरें ली जाएंगी. ‘नक्शा’ योजना का यह दूसरा चरण है, जबकि इससे पहले दो दिन उड़ान भर चुके हेलिकॉप्टर ने पूरे महानगर के घर-घर की तस्वीरें कैप्चर कर ली. इन हेलीकॉप्टर सेवाओं के दौरान हेलीकॉप्टरों द्वारा विभिन्न स्थानों की हवाई तस्वीरें ली जाएंगी. यह पहल राज्य सरकार द्वारा पर्यटन और धार्मिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से की गई है. श्रद्धालु और पर्यटक इन हवाई तस्वीरों के माध्यम से अपने यात्रा के अनुभव को संजो सकते हैं. भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा डिजिटल इण्डिया भूमि अभिलेख आधुनिकीकरण कार्यक्रम चलाया जा रहा है. इसके तहत भू-अभिलेखों का आधुनिकीकरण किया जाना है. इसकी शुरूआत झांसी व गोरखपुर के साथ प्रदेश की 8 नगर पालिका व नगर पंचायत में की गई है. इस नक्शा (नैशनल जीओस्पेशल नॉलेज बेस्ड लैण्ड सर्वे ऑफ अरबन हैबिटेशन) परियोजना के तहत पहले चरण में 11 व 12 अप्रैल को महानगर में हवाई सर्वे किया गया.
स्मार्ट गवर्नेंस की ओर एक कदम
उत्तर प्रदेश समेत भारत के कई राज्यों में हवाई फोटोग्राफी और निगरानी अब एक प्रभावशाली सरकारी टूल बनता जा रहा है. यह पहल स्मार्ट सिटीज़, भूमि प्रबंधन, सुरक्षा निगरानी और आपदा प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है. इसके बाद यह पूरा सर्वे ऑफ इण्डिया के डेटा सॉफ्टवेयर पर अपलोड किया जाएगा. नक्शा योजना के तहत हवाई सर्वे से डेटा एकत्र करने के बाद जमीन सम्बन्धी पूरा ब्यौरा तैयार किया जाएगा. इसके बाद नगर निगम व राजस्व विभाग की टीम के साथ भौतिक सत्यापन किया जाएगा, जिसके बाद जमीनों का पूरा लेखा-जोखा सॉफ्टवेयर पर अपलोड कर दिया जाएगा. इस बार लिडार सेंसर से सर्वे किया जाएगा और ऊँची बिल्डिंग्स की जमीन से ऊँचाई का आँकलन किया जाएगा.इसके बाद यह पूरा सर्वे ऑफ इण्डिया के डेटा सॉफ्टवेयर पर अपलोड किया जाएगा. तस्वीरों को कैप्चर किया गया. नगर आयुक्त सत्य प्रकाश ने बताया कि इस इस सर्वे का दूसरा चरण रविवार से शुरू होगा. इसके लिए महानगर में 128 पॉइण्ट चिह्नित किए गए है, जहाँ से अगले दो दिन तक हेलिकॉप्टर उडान भरेगा और महानगर के 161 वर्ग किलोमीटर का चक्कर लगाएगा. इस बार लिडार सेंसर से सर्वे किया जाएगा और ऊँची बिल्डिंग्स की जमीन से ऊँचाई का आँकलन किया जाएगा. तस्वीरों को कैप्चर किया गया. इस सर्वे का दूसरा चरण रविवार से शुरू होगा. इसके लिए महानगर में 128 पॉइण्ट चिह्नित किए गए है, जहाँ से अगले दो दिन तक हेलिकॉप्टर उडान भरेगा और महानगर के 161 वर्ग किलोमीटर का चक्कर लगाएगा.
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