
वंदेभारतलाइवटीव न्युज-: गर्मी जोरदार असर दिखाने लगी है। सौबह से ही तेज धूप गर्मी लगने लगी है। तेज गर्मी और धूप के कारण स्वास्थ्य पर भी असर पड़ सकता है। गौरेला पेन्ड्रा मरवाही जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ• रामेश्वर शर्मा जी ने गर्मी और लू से बचाव को लेकर महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किए हैं। छत्तीसगढ प्रदेश मे भी बढ़ते हुए तापमान को देखते हुए डॉ• रामेश्वर शर्मा जी ने नागरिकों को सावधान रहने की अपील की है। स्वास्थ्य विभाग के दिशा-निर्देश के अनुसार घर से बाहर जाने से पहले पर्याप्त जल का सेवन करना जरूरी है। गर्मी मे सूती और ढीले कपड़े पहनें। धूप में जाने पर अपने शिर को टोपी अथवा छतरी से ढंककर चलें। इस समय पर तरल पदार्थ जैसे- नींबू का पानी, आम का पना, छाछ, ओआरएस का घोल का सेवन जरूरत के हिसाब से करें। तेज धूप और लू से बचने हेतु खाली पेट घर से बाहर धूप में निकलने से बचना चाहिए। अपने शरीर मे पानी की मात्रा को कम न होने दें। इस मौसम में तेज मिर्च मसालेदार बासी भोजन करने से बचें। तेज धूप गर्मी से घर के अंदर आने पर सीधे एसी कुलर के संपर्क में आने से भी बचें। एसी या कुलर के सामने रहने के तुरन्त बाद तेज धूप में भी जाने से बचना चाहिए। बिना काम अनावश्यक रूप से धूप मे घर से बाहर जाने से बचें। लू लगने के लक्षण जैसे कि शिर मे दर्द, बुखार, मतली होना, अत्यधिक मात्रा में पसीने का निकलना, बेहोशी आना शरीर में ऐंठन कमजोरी आना, नब्ज का असामान्य होना लू लगने के लक्षण हो सकते हैं। लू से प्रभावित व्यक्ति को शीघ्र ही छायादार स्थान पर ले जाना चाहिए। लू लगने पर व्यक्ति के कपड़े को ढीले करें और साथ ही आवश्यक पेय पदार्थ देना चाहिए। लू लगने पर शरीर के तापमान को सामान्य करने के लिए ठंडे पानी की पट्टियां लगानी चाहिए। अधिक गंभीर स्थिति नजर आने पर तुरन्त अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचकर चिकित्सक से इलाज और परामर्श लेना चाहिए।