
सुसनेर। रविवार की रात्रि को वार्ड क्रमांक 12 में रहने वाले 12 वर्षीय संयम को घर में मोबाइल चलाते समय सांप ने काट लिया घर वालों को जानकारी लगते ही बालक को नगर के सिविल हॉस्पिटल ले कर आए घर वालों का कहना है कि ड्यूटी डॉ ने इलाज से पहले पर्चा बनवाने का बोला ओर बिना प्राथमिक इलाज किए पेशेंट को जिला हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया जहां रास्ते में ही बालक ने दम तोड़ दिया।
हॉस्पिटल के जिम्मेदारों से सवाल
* क्या सुसनेर हॉस्पिटल में एंटी स्नेक इंजेक्शन नहीं था और था जो ड्यूटी डॉ ने लगाया क्यों नहीं
* एमरजेंसी पेशेंट को पहले पर्चा बनवाने का क्यों बोला गया
* हादसों के बाद ही आखिर क्यों सुध लेने आते जिम्मेदार
* मासूम की जान से खिलवाड़ करने वाले डॉक्टर, कर्मचारी पर कार्यवाही कब होगी।
इस पूरे मामले में अब तुल पकड़ता जा रहा है पीड़ित परिवार के साथ ही नगर के सामाजिक कार्यकर्ताओं, धार्मिक लोग, जनप्रतिनिधि सभी में हॉस्पिटल की व्यवस्थाओं के खिलाफ आक्रोश है जिसको लेकर आज दिनांक 06/05/2024 को रात्रि में सिविल हॉस्पिटल की व्यवस्थाओं के खिलाफ ओर संयम जैन की लापरवाही से मृत्यु पर कुछ बड़े फैसले सार्वजनिक रूप से लिए जा सकते है।
जिला चिकित्सा अधिकारी ने किया हॉस्पिटल का निरीक्षण
मंगलवार की दोपहर मुख्य चिकित्सा एवं जिला स्वास्थ्य अधिकारी राजेश गुप्ता ने सुसनेर सिविल हॉस्पिटल का निरीक्षण किया इस पूरे मामले में जिला स्तर पर जांच समिति बना दी गई है उन्होंने कहा कि इस मामले में जो भी कर्मचारी या डॉक्टर द्वारा लापरवाही जांच में पाई जाने पर सख्त कार्यवाही होगी।
अब देखना होगा आगे इस मामले से सिस्टम सही होगा या हालात कुछ ऐसे ही बने रहेंगे।
वंदे भारत से संवाददाता दीपक राठौर की रिपोर्ट,,
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