उत्तर प्रदेश

स्वास्थ्य विभाग की सह पर आर्थोपेडिक बन वर्षों से झोलाछाप कर रहे इलाज

✍️अजीत मिश्रा(खोजी)✍️

जहांगीरगंज-अम्बेडकर नगर (यूपी)

।। दलित पत्रकार को सवाल जवाब करना पड़ा भारी जमकर हुई पिटाई ।।

।। सीएचसी जहांगीरगंज के बगल में रहने के बावजूद भी वर्षों से नहीं हुई कोई भी कार्यवाही कहीं ना कहीं उच्च अधिकारियों की मिली भगत से धड़ल्ले से अवैध अस्पताल रहता है संचालित।।

।। स्वास्थ्य विभाग की सह पर आर्थोपेडिक बन वर्षों से झोलाछाप कर रहे इलाज।।

अम्बेडकरनगर जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जहांगीरगंज के नाक के नीचे देवरिया रोड पर नहर के किनारे लगातार कई वर्षों से बिना किसी डिग्री के हड्डी एवं जोड़ रोग विशेषज्ञ बनकर मोटी धन उगाही का कार्य निरंतर जारी है जिसमें स्वास्थ्य केंद्र के एक कर्मचारी भी संलग्न है ।

जहांगीरगंज बाज़ार पूर्वी छोर पर स्थित डॉक्टर बीके सिंघम विगत कई वर्षों से बिना किसी डिग्री के हड्डी जोड़ तोड़ का कार्य करते हैं । जिसमें प्लास्टर चढ़ाना, बेल्ट लगाना तथा ईंट लटकाकर ट्रैक्शन लगा करके आम भोली जनता से हजारों रुपए की वसूली करते हैं , जिससे आम जनता परेशान होती है ।

पिछले वर्ष मुख्यमंत्री के निर्देश पर चले झोलाछाप चिकित्सकों के विरुद्ध अभियान का कोई भी प्रभाव नहीं पड़ा बल्कि बाद में सिंघम फार्मेसी नाम से मेडिकल स्टोर खोल करके उसी की आड़ में धड़ल्ले से हड्डी के मरीजों का इलाज तथा भर्ती का कार्य कर रहें है ।

सूत्रों से पता चला है कि डॉक्टर सिंघम हड्डी के मरीज का पहले प्लास्टर तथा बेल्ट लगाकर , दवा देकर इलाज करते है , तथा आराम ना मिलने पर किसी बड़े हॉस्पिटल में भेज कर वहां से मोटा मोटी कमीशन लेते है जिससे आम गरीब मरीज का बड़े पैमाने पर धन का दोहन होता है । इतना ही नहीं निजी वाहन से दूसरी जगह ले जाकर ऑपरेशन करवा कर कमीशन भी लेते है ।

डॉक्टर बीके सिंघम बड़े पैमाने पर आर्थो सेंटर चलाकर घर ,जमीन गाड़ी सब बना लिया लेकिन ऐसे झोलाछाप डॉक्टर के ऊपर प्रशासन कोई कार्यवाही ना करके मेहरबान बना हुआ है ।

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