
डीडवाना-कुचामन, 20 मई।
जिलें में बढ़ते तापमान और आगामी दिनों में संभावित लू को देखते हुए जिला प्रशासन ने आमजन से सतर्क रहने और आवश्यक सावधानियाँ अपनाने की अपील की है। इस संबंध में जिला कलक्टर पुखराज सेन ने पेयजल, विद्युत एवं चिकित्सा विभाग के अधिकारियों सहित सभी उपखंड अधिकारियों को लू व तापघात से बचाव के लिए आवश्यक व्यवस्थाएँ सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है।
अतिरिक्त जिला कलक्टर महेंद्र मीणा ने बताया कि जिले में बढ़ती गर्मी की स्थितियों के मध्यनजर नागरिक दोपहर 12 बजे से 4 बजे के बीच अनावश्यक रूप से बाहर निकलने से बचें। यदि बाहर जाना आवश्यक हो, तो सिर ढककर, हल्के सूती कपड़े पहनकर और पर्याप्त मात्रा में पानी साथ लेकर निकलें।
उन्होंने बताया कि लू से बचाव के लिए तरल पदार्थों जैसे ओआरएस, लस्सी, छाछ, नींबू पानी का सेवन लाभकारी है। साथ ही, धूप से बचाव के लिए चश्मा, छतरी और सनस्क्रीन का उपयोग करें। गंभीर स्थिति में नागरिक जिला नियंत्रण कक्ष पर संपर्क कर सकते हैं।
प्रशासन द्वारा ‘गर्मी/ताप-घात में क्या करें और क्या न करें’ की एडवाइजरी भी जारी की गई है:
क्या करें (Do’s)
सभी के लिये
-रेडियो सुने/टी वी देखे/स्थानीय मौसम की जानकारी के लिये समाचार पत्र पढ़े या संबंधित मोबाईल ऐप डाउनलोड करें।
-पर्याप्त पानी पिये अपने आपको हाइड्रेटेड रखने के लिये ओआरएस (ओरल रिहाईड्रेशन सॉल्यूसन), घर के बने पेय जैसे लस्सी, निंबू का पानी, छाछ आदि का सेवन करें।
-हल्के रंग के ढीले, सूती कपड़े पहने।
-यदि कहीं बाहर है तो अपना सिर ढके कपड़े, टोपी या छत्तरी का उपयोग करें। आंखों की सुरक्षा के लिये धूप के चश्में का प्रयोग करें और त्वचा की सुरक्षा के लिये सनस्क्रीन लगाये।
-प्राथमिक चिकित्सा में प्रशिक्षण ले।
नियोक्ता और श्रमिक
-कार्य स्थल पर ठंडे पेयजल का प्रबंध करें।
-सभी श्रमिकों के लिए आराम के लिए छाया, साफ पानी, छाछ, आईस पैक के साथ प्राथमिक चिकित्सा किट और ओआरएस (ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूसन) का प्रबंध करे।
-श्रमिकों के लिए सीधी धूप से बचने के लिए कहें।
-श्रमसाध्य कार्यों को दिन के कम ताप वाले समय में ही करें।
-बाहरी गतिविधियों के दौरान विश्राम करने की आवृति और समय सीमा बढ़ाये।
-श्रमिकों को लू से संबंधित चेतावनी के बारे में सूचित करें।
-जिन श्रमिकों के लिये गर्मी वाले क्षेत्र नये हो, उन्हें हल्का काम और कम घंटो का काम दें।
अन्य सावधानियां
-बंद वाहन में बच्चों या पालतू जानवरों को कभी अकेला ना छोड़ें।
-पंखे और नम कपड़ों का प्रयोग करें, ठंडे पानी में स्नान करें।
-सार्वजनिक परिवहन और कार को कम करने में मदद करेगा। कूलिंग का उपयोग करें। यह भूमण्डलीय उष्मीकरण और गर्मी को कम करने में मदद करेगा।
-पेड़ लगाये। सूची पतियों, कृषि अवशेषों और कचरे को न जलाएं।
-जल स्त्रोतों का संरक्षण करें। वर्षा के जल को संचयित करें।
-अगर आपको चक्कर आ रहे है या आप अस्वस्थ महसूस कर रहें है तो तुरंत डाक्टर के पास जाये या किसी को तुरंत डाक्टर के पास जाने के लिए कहें।
नया घर बनाते समय
-नियमित दीवारों की बजाय कैविटी तकनीक का उपयोग करें।
-चौडी दीवारें बनवाएँ। वे घर को ठंडा रखती है।
-जालीदार दीवारें और लोब वाले उद्घाटनों का निर्माण करें। वे अधिकतम वायु-प्रवाह कर गर्मी को अवरूद्ध करते हैं।
-दीवारों को रंगने के लिये प्राकृतिक सामग्री जैसे चूने या मिट्टी का उपयोग करें।
-यदि संभव हो तो कांच के इस्तेमाल से बचे।
-निर्माण करने से पहले बिल्डिंग टेक्नोलाजी विशेषज्ञ से सलाह लें।
मवेशी के लिए
-पशुओं को छाया में रखें और उन्हें पीने के लिये पर्याप्त, स्वच्छ और ठंडा पानी दें।
-उनसे सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे के बीच काम न ले।
-शेड की छत को पुआल से ढक दें, तापमान कम करने के लिये इसे सफेद रंग / चूने से रंग दे या गोबर से लीप दें।
-लेड में पंखे, वाटर स्प्रे और फार्मस का प्रयोग करें।
-अत्यधिक गर्मी के दौरान पानी का छिड़काव करें और मवेशियों को ठंडा करने के लिये एक जल निकाय पर ले जाएं।
-उन्हें हरी घास, प्रोटीन, वसा, बाईपास पूरक, खनिज मिश्रण और नमक दें। कम गर्मी वाले घंटों के दौरान उन्हें चरने दें।
क्या न करें (Don’t Do’s)
-धूप में बाहर जाने से बचे, खासकर दोपहर 12 और 3 बजे के बीच।
-दोपहर में बाहर भारी कामों से बचे।
-नंगे पांव बाहर न जायें।
-दिन के सबसे गर्म समय के दौरान खाना पकाने से बचे। खाना पकाने वाले हिस्से को हवादार बनाएं रखने के लिये दरवाजें और खिड़कियां खुली रखें।
-शराब, चाय, कॉफी और कार्बाेनेटेड शीतल पेय से बचें। वे शरीर को निर्जलित करते है।
-अधिक प्रोटीन वाले भोजन से बचें। बासा भोजन ना करें।
-पार्क किये गये वाहनों में बच्चों या पालतू जानवरों को न छोडे, वे गर्म हवा से प्रभावित हो सकते है।
-ऐसे बल्बों का उपयोग करने से बचें जो अनावश्यक गर्मी उत्पन्न करते है, ठीक वैसे ही जैसे कि लगातार चलते हुये कम्प्यूटर या बिजली के उपकरण।
लू से प्रभावित व्यक्ति के उपचार के लिये टिप्स:-
-तापमान को कम करने के लिये पीड़ित के सिर पर गीले कपड़े का उपयोग करे/पानी डालें।
-व्यक्ति को ओआरएस / नींबू, शरबत या जो कुछ भी शरीर को पुनः सक्रिय करने के लिये उपयोगी हों, पीने के लिये दे।
-व्यक्ति को तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र ले जाये।
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