
अकोला जिल्हा प्रतिनिधी:-डॉ.पंजाबराव खाडे.
आज कल सरकार के बाशिंदे आमदार,खासदार, जो मतदान के समय चौबिस घंटा कार्यरत रहते है,! वे चुनकर आने के बाद गायब होते है.! जनता को उन्हे धुंडना पड रहा है.!गौर मतलब यह है की जिल्हे मे सुशिक्षित बेरोजगार,कूशल कामगार, अकुशल कामगार,घरेलु कामगारों की संख्या कभी नही इतनी बढी है,उमिदवार दरदर की ठोकरे खा रही है.! आलम यहा तक है की कही उमिदवार काम नोकरी धुडते धुंडते ईयर बाद हो गये है,आज जो काम मिले वह कर उपजिविका चला रहे है.!क्या देश हित मे हो सकता है.! सरकार की गलत निती का यह असर है! ऐसा ही रहा तो समाज मे बेकारी का स्पोट होना तय है.! यह सरकार द्वारा निजिकरण का भी यह असर हो सकता है! पुरे देश मे बेकारी बढकर हा हा कार मचा है!मंत्री महोदय विदेशी दौरे,अपनी आवक के साथ साथ मासिक पगार बढाकर ऐश कर रहे है.!कृपया सरकार को पुरे नई पिढी के लिए शिध्र कुछ करे,नोकरी दे या,सरकार ऋण दे,बैकोंकी मनमानी को काबु मे रखे,या स्पेशल महामंडल प्रस्थापित करे,जिल्हाधिकारी को अद्यापक्ष बनाकर हर तिन महीने का सार ले.!तो ही सुशिक्षित बेरोजगार तथा अन्य को विना दिक्कतों के ऋण प्राप्त होगा,तथा ईन सभी का जीवन बेहतर होगा.!देश की प्रगतीमे बढ़तरी आयेगी उसमे कोई संदेह नही.!