
*मंडियों की
प्रक्रियाओं को अधिक कुशल, पारदर्शी और किसान हितैषी बनाया जाए – कलेक्टर*
मंडियों की भूमि से हटाया जाए अतिक्रमण – कलेक्टर
मंडियों में ऑनलाइन किए जाएं सभी प्रकार के कार्य – कलेक्टर
मंडियों में किसानों को शीघ्र किया जाए फसलों का भुगतान – कलेक्टर
कलेक्टर की अध्यक्षता में मंडी सचिवों की बैठक आयोजित
कलेक्टर श्री बालागुरु के. की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिले के सभी कृषि उपज मंडी सचिवों की बैठक आयोजित की गई। बैठक में कलेक्टर श्री बालागुरू के. ने मंडियों के संचालन, किसानों की सुविधा एवं पारदर्शिता के संबंध में मंडी सचिवों से चर्चा की और आवश्यक दिशा निर्देश दिए। बैठक में उन्होंने सभी मंडी सचिवों से कहा कि किसानों को मंडी में किसी भी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए मंडियों की प्रक्रियाओं को अधिक कुशल, पारदर्शी और किसान हितैषी बनाया जाए।
बैठक में कलेक्टर ने निर्देश दिए कि जिले की सभी कृषि उपज मंडियों की भूमि को अतिक्रमण मुक्त किया जाए और जहां अतिक्रमण की स्थिति है, वहां तत्काल कार्रवाई की जाए। उन्होंने मंडियों की रिक्त भूमि का उपयोग करने की योजना बनाने तथा नामांतरण से संबंधित सभी कार्यों को प्राथमिकता से पूर्ण करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने निर्देश दिए कि मंडियों में सभी प्रकार के कार्य ऑनलाइन किए जाएं, ताकि पारदर्शिता सुनिश्चित हो सके और किसानों को त्वरित सेवाएं मिल सकें। उन्होंने निर्देश दिए कि सीएम हेल्पलाइन पर आने वाली किसानों की शिकायतों का समयसीमा में निराकरण सुनिश्चित किया जाए, ताकि किसानों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। इसके साथ ही उन्होंने निर्देश दिए कि किसानों को उनकी उपज का भुगतान समय पर किया जाए तथा कोई भी भुगतान लंबित न रखा जाए।
बैठक में कलेक्टर कलेक्टर श्री बालागुरू के. ने मंडी सचिवों से कहा कि वे स्वयं नियमित रूप से मंडियों का भ्रमण करें और वहां की व्यवस्थाओं का प्रत्यक्ष निरीक्षण करें। उन्होंने किसानों के लिए स्वच्छता, पेयजल, बैठने की व्यवस्था और अन्य मूलभूत सुविधाओं को बेहतर बनाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही मंडी के आय-व्यय का सटीक लेखा-जोखा रखने के भी निर्देश दिए। बैठक में अपर कलेक्टर श्री वृंदावन सिंह, एसडीएम श्री तन्मय वर्मा सहित सभी मंडियों के
सचिव उपस्थित थे।