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पथरगामा एटिक सेंटर में आत्मा द्वारा किसानों को दिया गया प्रशिक्षण
फोटो – प्रशिक्षण में शामिल किसान
झारखंड/गोड्डा : पथरगामा एटिक सेंटर में कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन अभिकरण, गोड्डा के द्वारा किसानों का तीन दिवसीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस कार्यक्रम में ग्रामीण विकास ट्रस्ट के लाइवलीहुड एक्सपर्ट दुलाल मोदी ने किसानों को प्राकृतिक खेती, मिट्टी परीक्षण, पोषक तत्वों की जानकारी, जलवायु परिवर्तन और खेती से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण जानकारी दी।
दुलाल मोदी ने किसानों को प्राकृतिक खेती के लाभों के बारे में बताया। जिसमें प्रमुख रूप से जमीन की उर्वरा शक्ति का संरक्षण और रासायनिक खेती के नुकसान से बचाव शामिल है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती से न केवल पर्यावरण सुरक्षित रहता है, बल्कि इससे मानव और पशुओं पर भी कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है। इसके अलावा, मिट्टी में पाए जाने वाले 16 पोषक तत्वों के संरक्षण के तरीके भी साझा किए गए।
प्रखंड तकनीकी प्रबंधक पवन कुमार कापरी ने भी किसानों से प्राकृतिक खेती को अपनाने की अपील की। उन्होंने बताया कि गोमूत्र आधारित बिजामृत से बीज उपचार करने से पौधों में रोग प्रतिकारक क्षमता बढ़ जाती है। जिससे फसल पर रोगों का असर कम होता है और पर्यावरण भी सुरक्षित रहता है। या प्रशिक्षण कार्यक्रम किसानों को बेहतर कृषि तकनीक संवत करवा रहा है। जिससे वह प्राकृतिक खेती को अपनाकर अपनी फसल उत्पादन क्षमता को बढ़ा सके।इस अवसर पर
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रीता देवी, सुनीता देवी, रीना देवी, गंगिया देवी, रंजीत महतो, सुबोध महतो, भगवान महतो, निर्भय कुमार दास, प्रवीण मुर्मू, जानकी महतो, हैविल किस्कू, माटी देवी, नंदकिशोर महतो, मंजू देवी, ताला बाबू मुर्मू, निरंजन दास, महानंद दास, दयानंद साह, दुलारी देवी सहित अन्य किसान शामिल थे।