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एक युवक ने उरई की शिक्षिका और उसके परिवार से विश्वासघात कर लाखों रुपये का चूना लगा दिया। पीड़िता ने आरोपित के खिलाफ शहर कोतवाली में दर्ज कराई रिपोर्ट
उरई की दीक्षा चतुर्वेदी डिंगवाही के प्राइमरी स्कूल में सहायक अध्यापिका हैं। उनके मुताबिक, बांदा निवासी आदित्य प्रकाश गुप्ता उर्फ विराज पूर्व परिचित हैं। अनुनय-विनय करके अपना आवश्यक कार्य बताकर मई 2024 में पांच लाख रुपये, पांच लाख रुपये पिता राजेश चतुर्वेदी और साढ़े तीन लाख रुपये भाई शुभम चतुर्वेदी से लिए। कुल 13,50,000 रुपये आरटीजीएस के माध्यम से आनलाइन भेजे गए। 1,50,000 रुपये महीना देने का झांसा देकर पोकलैण्ड खरीदवाई, जिसका आज तक का कोई किराया नहीं मिला। इसके बाद दिसम्बर में तीन लाख रुपये माता-पिता के संयुक्त खाते से आनलाइन आरटीजीएस कराए। नवम्बर 2023 से जुलाई 2024 तक स्कार्पियो का भुगतान 24,000/- रुपये प्रतिमाह के हिसाब से कुल आठ माह का 1,92,000 रुपया भी नहीं दिया। गाड़ी एडीएम कार्यालय कलेक्ट्रेट में लगी हुई थी। रुपये मांगने पर आदित्य प्रकाश गुप्ता टालमटोल करता रहा। फोन रिसीव नहीं करता है। 12 फरवरी को उठा तो रुपये मांगने पर जान से मारने की धमकी देते हुए काट दिया। शिक्षिका ने खुद की जान को खतरा बताते हुए आरोपित के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है।