बस्ती

पैकोलिया थानाध्यक्ष ने उजाड़ा गरीब का आशियाना, एससी-एसटी आयोग से पीड़िता ने लगाई न्याय की गुहार

पैकोलिया थानाध्यक्ष ने उजाड़ा गरीब का आशियाना, एससी-एसटी आयोग से पीड़िता ने लगाई गुहार

महिला सिपाही की गैर मौजूदगी में की गई गिरफ्तारी

पैकोलिया थानाध्यक्ष ने उजाड़ा गरीब का आशियाना, एससी-एसटी आयोग से पीड़िता ने लगाई गुहार

बस्ती, 7 मार्च 2025 – सत्ता और प्रशासन के गठजोड़ का एक क्रूर चेहरा बस्ती जिले के पैकोलिया थाना क्षेत्र में सामने आया है, जहां पैसे और पावर के दम पर एक गरीब महिला को जबरन उसके घर से बेदखल कर दिया गया।

कथित रूप से आरोप है कि थानाध्यक्ष धर्मेंद्र यादव, पूर्व नायब तहसीलदार कमलेंद्र सिंह और लेखपाल रविंद्र यादव की मिलीभगत से एक गरीब महिला का घर बलपूर्वक गिरा दिया गया और उसकी जमीन पर एक अन्य गांव के मुस्लिम व्यक्ति को कब्जा दिला दिया गया। पीड़िता के विरोध करने पर पुलिस ने उसे घसीटकर ले गई और उसका चालान कर दिया।

महिला सिपाही की गैरमौजूदगी में की गई गिरफ्तारी

नियमों के अनुसार, किसी भी महिला को गिरफ्तार करने के लिए महिला सिपाही की मौजूदगी जरूरी होती है, लेकिन थानाध्यक्ष पैकोलिया ने इस नियम को भी ताक पर रख दिया। महिला को छोटे बच्चे सहित खुले आसमान के नीचे रहने के लिए मजबूर कर दिया गया।

एससी-एसटी आयोग से लगाई न्याय की गुहार

पीड़ित परिवार ने प्रदेश सरकार के एससी-एसटी आयोग के अध्यक्ष बैजनाथ रावत से 6 मार्च को मिलकर अपनी आपबीती सुनाई। अध्यक्ष ने पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए न्याय का भरोसा दिलाया।

यह घटना दर्शाती है कि कैसे प्रशासनिक तंत्र की मिलीभगत से गरीबों का शोषण किया जा रहा है। पीड़िता ने प्रदेश सरकार से न्याय की मांग की है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की अपील की है।

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