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राज्यपाल ने DM-CDO और जिला कार्यक्रम अधिकारी को किया सम्मानित, इस मामले में वाराणसी बना प्रदेश का पहला जिला

राज्यपाल ने DM-CDO और जिला कार्यक्रम अधिकारी को किया सम्मानित, इस मामले में वाराणसी बना प्रदेश का पहला जिला

राज्यपाल ने DM-CDO और जिला कार्यक्रम अधिकारी को किया सम्मानित, इस मामले में वाराणसी बना प्रदेश का पहला जिला

चन्दौली /वाराणसी उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल सोमवार को अपने दो दिवसीय दौरे पर वाराणसी पहुंची. राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने कमिश्नरी सभागार में विविध नवीन कार्यों का शुभारंभ करते हुए दिव्यांग साथी पोर्टल का शुभारंभ किया. इसके साथ ही 600 आंगनबाड़ी केंद्रों को किट वितरण भी सुनिश्चित किया गया.

 

 

 

राज्यपाल ने DM-CDO और जिला कार्यक्रम अधिकारी को किया सम्मानित, इस मामले में वाराणसी बना प्रदेश का पहला जिला

राज्यपाल ने बटन दबाकर की दिव्यांग स

1. आंगनबाड़ी किट से संतृप्त होने वाला पहला जिला बना वाराणसी

 

2. आंगनबाड़ी केंद्रों पर अच्छे से खाने पकाकर बच्चों को पौष्टिक आहार दें ताकि बच्चों को कुपोषित होने से बचाया जा सके: राज्यपाल

 

3. गांव का कोई बच्चा नहीं छूटने पाये, ये सभी भी सामूहिक जिम्मेदारी है की बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्रों तक पहुंचाये: राज्यपाल

 

4. राज्यपाल ने आंगनबाड़ी केंद्रों को गेल द्वारा प्रायोजित सामग्री किट वितरित किया

 

वाराणसी,भदैनी मिरर। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल सोमवार को अपने दो दिवसीय दौरे पर वाराणसी पहुंची. राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने कमिश्नरी सभागार में विविध नवीन कार्यों का शुभारंभ करते हुए दिव्यांग साथी पोर्टल का शुभारंभ किया. इसके साथ ही 600 आंगनबाड़ी केंद्रों को किट वितरण भी सुनिश्चित किया गया.

राज्यपाल ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि जनपद में स्थित लगभग सभी दो हजार से ज्यादे आंगनबाड़ी केंद्रों का सुदृढ़ीकरण आज पूरा हो जायेगा. उन्होंने 1998 में अपने गुजरात सरकार में महिला एवं बाल विकास विभाग के मंत्री के दौरान आंगनबाड़ी केंद्रों के सुदृढ़ीकरण हेतु किये गये प्रयासों की जानकारी सभी को दी. उन्होंने बताया कि किस प्रकार गांव की महिलाओं को केंद्रों में वरीयता दी गयी ताकि कार्यों को गति दी जा सके. उन्होंने केंद्रों पर अच्छे से खाने पकाने, बच्चों को पौष्टिक आहार देने को कहा ताकि बच्चों को कुपोषित होने से बचाया जा सके. उन्होंने बेटा-बेटियों में भेदभाव को भी आड़े हाथों लेते हुए बच्चियों को शिक्षित करने तथा उनके स्वास्थ्य की देखभाल करने तथा बच्चियों के भविष्य की जिम्मेदारी संभालने हेतु प्रेरित किया. उन्होंने कहा कि गांव का कोई बच्चा नहीं छूटने पाये, ये सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है की बच्चों को केंद्रों तक पहुंचाएं. उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्रों की सुपरवाइजर, सीडीपीओ तथा कार्यकत्रियों को अपनी ज़िम्मेदारियों का निर्वहन पूरी जिम्मेदारी से करने को कहा. कार्यकत्रियों को बच्चियों के स्वास्थ परीक्षण, उनके खेल, योग, आदि पर ध्यान देते हुए विद्यालयों में लगातार हेल्थ कैंप लगाने को कहा. उन्होंने कहा कि महिलाओं को मजबूत होना चाहिये तभी परिवार आगे बढ़ेगा. महिलाएं किसी बीमारी को छुपाएं नहीं, जानकारी होते ही तुरन्त उसके उपचार हेतु प्रयास करें ताकि ससमय उसका इलाज किया जा सके. आजआज एनएसई द्वारा भी एक समझौता किया गया है जिसमें महिलाओं को भी शेयर मार्केट की भी जानकारी दी जायेगी की किस प्रकार पैसे को कैसे निवेश करें ताकि उसका उचित लाभ मिल सके. उन्होंने सभी को इसकी जानकारी देने को कहा ताकि आमजनों को भी इसका लाभ मिल सके जिससे वो अपने परिवार को आगे ले जा सकें. उन्होंने प्रशासन के प्रयास संस्कार की पाठशाला की भी तारीफ करते हुए इसको और आगे बढ़ाने को कहा. उन्होंने दिव्यांग साथी पोर्टल पर शकुंतला पुनर्वास विश्वविद्यालय को भी जानकारी उसमें अंकित करने को कहा ताकि लोगों को उक्त विद्यालय की जानकारी हो सके जिससे दिव्यांग लाभान्वित हो सकें. उन्होंने एसबीआई, गेल, एनएसई को वाराणसी में सुदृढ़ीकरण के कार्य पूरे होने के बाद अब नये जिलों की केन्द्रों को सुदृढ़ करने के प्रयास करने को कहा. उन्होंने बताया की अयोध्या में कुल नये 75 आंगनबाड़ी केंद्र बनने की शुरुआत हुई है. जहां भी केंद्र नहीं है वहाँ आंगनबाड़ी केंद्र बनाने के लगातार प्रयास किये जा रहे हैं.राज्यपाल ने आंगनबाड़ी केन्द्रों पर “संस्कार की पाठशला” हेतु स्वैच्छिक सेवाएँ दे रहे 5 महानुभावों को प्रशंसा पत्र देकर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया. जिसमें प्रशासन के प्रयास से शुरू की गयी वरिष्ठ नागरिकों द्वारा संस्कार पाठशाला में कांति देवी जिनके द्वारा बच्चों को सिलाई, कड़ाई, बुनाई सिखाई जाती है. पूर्व सैनिक समसुदिन द्वारा बच्चों को अनुशासन, सुशीला देवी द्वारा गायन तथा तारा देवी द्वारा सिगरा पाठशाला पर पढ़ाई-लिखाई सिखाकर बच्चों को संस्कारित किया जाता है. इस दौरान विधायक डॉ नीलकंठ तिवारी,सदस्य विधान परिषद धर्मेद्र सिंह, जिलाध्यक्ष एवं सदस्य विधान परिषद हंसराज विश्वकर्मा, विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने भी अपने वक्तव्य दिए.जिलाधिकारी ने अपने संबोधन में सभी का स्वागत करते हुए राज्यपाल के प्रति वाराणसी में इतने सारे एमओयू के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया तथा बताया कि किस प्रकार केंद्रों के सुदृढ़ीकरण से बच्चों की संख्या भी केंद्रों पर बढ़ी है. उन्होंने कहा कि आज लांच हुए दिव्यांग साथी पोर्टल से दिव्यांग लोगों को सभी सुविधाओं का लाभ एक पोर्टल पर मिलेगी. अकाउंटिंग सिस्टम से महिला समूहों को अपने लेखा-जोखा में आसानी होगी. उन्होंने कहा कि एनएसई के पोर्टल से सभी को स्टॉक एक्सचेंज की जानकारी मिलेगी जिससे उनको भविष्य में अच्छे करियर की राह आसान होगी. एसबीआई द्वारा महिला सशक्तिकरण पर किये जा रहे कार्यों की तारीफ की गई. राज्यपाल ने नित नए नवाचार हेतु जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी तथा जिला कार्यक्रम अधिकारी को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया.

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