
📍 गाजीपुर से बड़ी राजनीतिक खबर
🗓️ 24 जून 2025 | वंदे भारत लाइव टीवी न्यूज़
राजभर का अखिलेश यादव पर तंज – “PDA नहीं, ये परिवार डेवलेपमेंट अथॉरिटी चलाते हैं”उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री और सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने मंगलवार को गाजीपुर में एक बार फिर सियासी बयानबाज़ी से राजनीतिक हलकों में गर्मी ला दी है। मऊ सदर से सपा विधायक अब्बास अंसारी की विधायकी समाप्ति के सवाल पर उन्होंने कहा,”यह कोर्ट का मामला है। हम 17 और 22 में लड़े हैं, 27 में भी लड़ेंगे।” मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की गाजीपुर यात्रा के दौरान राजभर भी जिले की विकास परियोजनाओं की समीक्षा बैठक में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि जिले के विकास से जुड़ी कई मांगों को उन्होंने मुख्यमंत्री के समक्ष रखा। इटावा में कथावाचकों पर हमले की निंदा
इटावा में कथावाचकों के साथ हुई घटना पर ओपी राजभर ने कड़ा बयान दिया और कहा:”हमारा संविधान किसी को इसकी इजाजत नहीं देता। यह लड़ाई गौतम बुद्ध के समय से जारी है। बाबा साहब अंबेडकर ने इस जिल्लत को सहा और संविधान में सबको समानता दी।”
🔁 PDA पर पलटवार – “मायावती से नकल करते तो बेहतर होता”
सपा प्रमुख अखिलेश यादव के PDA (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) फॉर्मूले पर राजभर ने तीखा हमला बोला।
“अगर नकल करनी थी तो मायावती की करनी चाहिए थी। सरकार में रहते क्या किया? आज मुस्लिम सीएम की बात कर रहे हैं तो अभी घोषणा करें। PDA इनके लिए सिर्फ वोट लेने का जरिया है, असल में ये ‘परिवार डेवलेपमेंट अथॉरिटी’ चला रहे हैं।”
🧾 एसडीएम को थप्पड़ मारने वाले विधायक पर क्या बोले राजभर?
भाजपा विधायक द्वारा एक SDM को थप्पड़ मारे जाने के मामले पर राजभर ने संतुलित प्रतिक्रिया दी:
“जो भी दोषी होगा, उस पर जांच के बाद कार्रवाई होनी चाहिए।”
🔍 सपा में टूट की ओर इशारा
ओमप्रकाश राजभर ने यह भी दावा किया कि समाजवादी पार्टी से तीन लोग जो हाल में निकाले गए, वे पहले ही पार्टी से अलग हो चुके थे। साथ ही उन्होंने संकेत दिया कि और पाँच नेताओं की भी छुट्टी हो सकती है।
🗣️ राजभर के इन बयानों से पूर्वांचल की राजनीति में हलचल तेज हो गई है।
क्या यह बयानबाज़ी आगामी चुनावी समीकरणों को बदलेगी?
राजनीति के अगले अध्याय पर सभी की निगाहें टिकी हैं।
📺 वंदे भारत लाइव टीवी न्यूज़ के लिए गाजीपुर से रिपोर्ट