
टीकाकरण से जानलेवा बीमारियों से सुरक्षा -शिवानी जैन एडवोकेट
ऑल ह्यूमंस सेव एंड फॉरेंसिक फाउंडेशन डिस्टिक वूमेन चीफ शिवानी जैन एडवोकेट ने कहा कि
हमारे आसपास मौजूद वायरस और बैक्टीरिया अक्सर हमें अपनी चपेट में लेकर बीमार कर देते हैं। ऐसे में वैक्सीनेशन की मदद से इन संक्रामक बीमारियों से हम सुरक्षित रह पाते हैं। वैक्सीन वायरस या बैक्टीरिया के खिलाफ हमारी रक्षा करते हुए हमें कई गंभीर बीमारियों से बचाती है। ऐसे में यह बेहद जरूरी है कि हम सब अपने लिए जरूरी वैक्सीन जरूर लगवाएं। इसलिए लोगों को वैक्सीनेशन का महत्व बताने के मकसद से हर साल 16 मार्च को राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस मनाया जाता है।
थिंक मानवाधिकार संगठन की एडवाइजरी बोर्ड मेंबर डॉ कंचन जैन ने कहा कि इस दिन को मनाने की शुरुआत साल 1995 में हुई थी। उस साल इसी दिन यानी 16 मार्च को भारत में मुंह के जरिए पोलियो वैक्सीन की पहली खुराक दी गई थी। साथ ही इस दिन भारत को पोलियो मुक्त बनाने के मकसद से सरकार ने ‘पल्स पोलियो’ अभियान की शुरुआत की थी। इस अभियान के तहत 0 से 5 साल की उम्र के सभी बच्चों को पोलियो की 2 बूंद दी गई थीं और इस अभियान के तहत साल 2014 में, भारत को पोलियो मुक्त देश घोषित किया गया था।
मां सरस्वती शिक्षा समिति की प्रबंधक डॉ एच सी विपिन कुमार जैन, संरक्षक डॉ आरके शर्मा, डॉ एच सी आरके जैन, डॉ अमित गुप्ता, शार्क फाउंडेशन की तहसील प्रभारी डॉ एच सी अंजू लता जैन, संरक्षक आलोक गुप्ता एडवोकेट, ज्ञानेंद्र चौधरी एडवोकेट, निदेशक डॉक्टर नरेंद्र चौधरी, आदि ने कहा कि
वैक्सीन के साथ हुई हो, लेकिन इसका महत्व सभी के लिए है। दरअसल, टीका सिर्फ बच्चों के लिए ही नहीं,बल्कि बड़े, बूढ़ों के लिए भी जरूरी होता है। ऐसे में लोगों को इसका महत्व समझाने से मकसद से इस दिन को मनाया जाता है। वैक्सीन कई खतरनाक और गंभीर बीमारियों को रोकने का एक प्रभावी माध्यम है। वैक्सीन के महत्व का सबसे बड़ा उदाहरण हाल ही में कोरोना वैक्सीनेशन के दौरान देखने को मिला। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, हर साल टीकाकरण की मदद करीब 2-3 मिलियन लोगों की जान बचाई जाती हैं।
शिवानी जैन एडवोकेट
डिस्ट्रिक्ट वूमेन चीफ