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ब्रेकिंग न्यूज़ 10 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों

थाना क्षेत्र अंतर्गत अरसली उत्तरी के लामी टोला में रविवार के सुबह दो पक्षों के बीच जमीन विवाद को लेकर हुई मारपीट की घटना में दोनों पक्षों से आठ पुरुष और दो महिलाएं समेत कुल 10 लोग गंभीर रूप से घायल

संवाददाता अखिलेश विश्वकर्मा का रिपोर्ट गढ़वा

भवनाथपुर से

थाना क्षेत्र अंतर्गत अरसली उत्तरी के लामी टोला में रविवार के सुबह दो पक्षों के बीच जमीन विवाद को लेकर हुई मारपीट की घटना में दोनों पक्षों से आठ पुरुष और दो महिलाएं समेत कुल 10 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों में पहले पक्ष से संजय चौरसिया, मिथलेश चौरसिया, मुन्ना चौरसिया

, नारद चौरसिया व अमन चौरसिया जबकि जबकि दसरे पक्ष से नंदकिशोर चौरसिया, चंदन चौरसिया, दिनेश चौरसिया, मनीता देवी व बबिता देवी का नाम शामिल है। उक्त सभी घायलों को ईलाज हेतु स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहाँ चिकित्सकों द्वारा प्राथमिक उपचार के बाद संजय चौरसिया, दिनेश चौरसिया, नारद चौरसिया, मिथलेश चौरसिया व अमन चौरसिया को बेहतर ईलाज के लिए सदर

अस्पताल गढ़वा रेफर कर दिया गया।घटना के संबंध में पहले पक्ष के मिथलेश चौरसिया ने बताया कि गाँव के ही शेर मोहम्मद नामक युवक नंदकिशोर चौरसिया के खेत में से गाय पार कर रहा था, तभी नंदकिशोर ने उक्त युवक का गर्दन पकड़ लिया, जब मैं बीच बचाव किया तो नंद किशोर ने हाथ में लिए कुदाल से मेरे सिर पर प्रहार कर घायल कर दिया, मुझे बचाने पहुंचे मेरे भाइयों को भी रहर के खेत में पहले से घात लगाकर बैठे नगा चौरसिया, दिनेश,

चंदन, जयप्रकाश, ओमप्रकाश व जयमंगल चौरसिया ने कुदाल, लाठी व डंडे से बुरी तरह पीटकर घायल कर दिया। वहीँ दूसरे पक्ष के नंदकिशोर चौरसिया ने बताया कि हमलोग अपने खेत में पानी पटाने के लिए डिलेभरी पाईप बिछा रहे थे, तो मिथलेश चौरसिया व उसके भाई लोग अपने खेत से पाईप नही पार करने दे थे, और उक्त लोगो ने डिलेभरी पाईप को भी काटकर फेंक दिया जब हमलोग

इसका विरोध किया तो मिथलेश चौरसिया और उसके भाईयों ने एकाएक लाठी डंडे से पीटकर हमलोगो को घायल कर दिये।मारपीट की घटना को लेकर दोनों पक्षो ने स्थानीय थाने में एक दूसरे के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी हेतु लिखित आवेदन देने की बात कहीँ। उधर मारपीट की घटना की जानकारी मिलते ही थाना के सअनि प्रभु मेहता पुलिस बल के साथ अस्पताल पहुंचकर घायलो से घटना की जानकारी लेने के बाद आवेदन के अलोक में मामले की जाँच पड़ताल करने की बात कहीँ।

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