
देवास। जिले के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र उदय नगर में 11 मार्च से भगोरिया उत्सव की शुरुआत हो चुकी है। इस पारंपरिक पर्व में जनजातीय संस्कृति की झलक देखने को मिली, जहां ढोल-मांदल की थाप पर ग्रामीणों ने पारंपरिक नृत्य किया और उल्लासपूर्वक पर्व का आनंद लिया।
इस अवसर पर देवास जिला भाजपा अध्यक्ष रायसिंह सैंधव ने भाग लिया और भगोरिया पर्व की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जीवन का असली आनंद लोक परंपराओं में ही समाया हुआ है। उन्होंने कहा कि हजारों वर्षों से फागुन के महीने में ढोल-मांदल की थाप पर मनाया जाने वाला भगोरिया उत्सव जिले की पहचान बना हुआ है। उन्होंने जनजातीय समुदाय से अपनी संस्कृति और परंपराओं को बनाए रखने की अपील की।
उक्त जानकारी देते हुए भाजपा सह जिला मीडिया प्रभारी कमल अहिरवार ने बताया कि इस अवसर पर सैंधव ने कहा, “आज उदय नगर में भगोरिया पर्व के दौरान जो उल्लास और उमंग देखने को मिली, वह जीवनभर याद रहेगा। इस पर्व की ऊर्जा और जनजातीय समुदाय का उत्साह देखकर मेरा मन भी आनंदित हो उठा है।”
उन्होंने आगे कहा कि भगोरिया पर्व न केवल एक पारंपरिक उत्सव है, बल्कि यह जनजातीय समाज की संस्कृति, प्रेम और एकता का प्रतीक भी है। इस अवसर पर उन्होंने सभी को अपने पूर्वजों का सम्मान करने और इस सांस्कृतिक विरासत को सहेजने का संदेश दिया।
कार्यक्रम के दौरान भाजपा जिला अध्यक्ष के साथ देवास विकास प्राधिकरण के पूर्व अध्यक्ष राजेश यादव, भाजपा के अन्य पदाधिकारी, मंडल अध्यक्ष और कई कार्यकर्ता उपस्थित रहे। पूरे आयोजन में जनजातीय समुदाय के लोगों ने पारंपरिक वेशभूषा में भाग लिया और अपनी संस्कृति का उत्साहपूर्वक प्रदर्शन किया।