
सावन माह की तीसरी सोमवारी के अवसर पर बासुकीनाथ धाम में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। हजारों की संख्या में शिवभक्तों ने विधिवत अर्घा के माध्यम से बाबा बासुकीनाथ को जलार्पण कर पुण्य लाभ प्राप्त किया। संपूर्ण धाम क्षेत्र “बोल बम” के नारों से गूंजायमान रहा।
श्रावणी मेले के इस महत्वपूर्ण दिन पर उपायुक्त श्री अभिजीत सिन्हा देर रात्रि से ही विधि-व्यवस्था की मॉनिटरिंग में लगे रहे। वे स्वयं मेला क्षेत्र में गश्त करते हुए अधिकारियों से प्रत्यक्ष संवाद कर आवश्यक दिशा-निर्देश देते रहे।
मेला क्षेत्र में प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी एवं पुलिस बल श्रद्धालुओं को सुगमतापूर्वक जलार्पण कराने में सतत सक्रिय रहे। मेला रूट लाइन, बैरिकेडिंग, प्रवेश व निकासी मार्गों पर श्रद्धालुओं को कठिनाई नहीं हो इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा था।मेला क्षेत्र के हर गतिविधियों पर लगातार नजर रखी जा रही थी। कंट्रोल रूम के माध्यम से पूरे मेला क्षेत्र की निगरानी की जा रही थी। CCTV कैमरों व निगरानी दलों के जरिए भीड़ प्रबंधन को सुव्यवस्थित किया जा रहा था।
स्वास्थ्य विभाग की टीमें अलर्ट मोड में रहकर निरंतर श्रद्धालुओं की सेवा में जुटी रहीं।सभी चिकित्सा शिविरों में प्राथमिक उपचार, जीवन रक्षक दवाएं, एंबुलेंस सेवाएं एवं स्वास्थ्य परामर्श उपलब्ध है ताकि विपरीत परिस्थितियों से निपटा जा सके।
तीसरी सोमवारी को सूचना सहायता केंद्रों के माध्यम से भीड़ में बिछड़े श्रद्धालुओं को उनके परिजनों से मिलाने का कार्य निरंतर जारी रहा। सूचना कर्मियों द्वारा ध्वनि विस्तारक यंत्रों के माध्यम से घोषणाएं कर व अन्य माध्यमों से तीसरी सोमवारी को बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं को सफलतापूर्वक मिलाया गया।
श्रावणी मेला में श्रद्धालुओं की सुविधा, सुरक्षा एवं सेवा सुनिश्चित करने हेतु जिला प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्था की श्रद्धालुओं द्वारा सराहना की जा रही है।