Sant Kabir Nagar News: नए एलाइमेंट के सत्यापन में फंसी खलीलाबाद-बहराइच रेल लाइन अधिग्रहण की प्रक्रिया के बीच बदला गया जिले के 54 गांवों में सर्वे का कार्य हो चुका है पूरा
संवाद न्यूज एजेंसी
संतकबीरनगर। जिले के उतरांचल को रेल लाइन से जोड़ने के लिए रेल मंत्रालय ने साल 2017 में खलीलाबाद- बलरामपुर बहराइच रेल मार्ग की घोषणा की थी। साल 2019 में तत्कालीन रेल मंत्री पीयूष गोयल ने इसका शिलान्यास किया था। भूमि अधिग्रहण के लिए नोटिफिकेशन भी जारी हो चुका था। लेकिन रेलवे ने जनवरी में लाइन का एलाइमेंट बदल दिया। सत्यापन नहीं होने के चलते परियोजना पर काम शुरू नहीं हो सका है। वहीं भूमि आधिपत्य अधिकारी की माने तो सत्यापन का कार्य इसी माह पूरा हो जाएगा। उसके बाद मुआवजे की रकम किसानों में बांट दी जाएगी।
खलीलाबाद-बलरामपुर-बहराइच रेल लाइन के लिए संतकबीरनगर और सिद्धार्थनगर में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है। पहले चरण में खलीलाबाद से बांसी तक नई रेल लाइन बिछाई जानी है। इसमें संतकबीरनगर में 54 गांवों में सर्वे का काम पूरा हो चुका है, जबकि सिद्धार्थनगर में 93 गांव, बलरामपुर में 65 गांव, श्रावस्ती में 30 गांव और बहराइच में 19 गांवों से होकर नई रेल लाइन बिछाई जानी है।
संतकबीरनगर और सिद्धार्थनगर में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है, जबकि बलरामपुर, श्रावस्ती और बहराइच में अभी सर्वे हो रहा है। जिले में अभी किसानों का मुआवजा नहीं मिल पाया है, जबकि मुआवजे के लिए रकम उपलब्ध है। इसके लिए डीएम ने नोटिफिकेशन कर आपत्ति मांगी थी। इस बीच रेल विभाग ने कई जगहाें पर लाइन की रेखा बदल दी, जिसके कारण यह परियोजना अभी भी अटकी हुई है। अधिकारियों का कहना है कि एलाइमेंट बदलने की वजह से देरी हुई है, जहां पर एलाइमेंट बदला गया है वहां सत्यापन कराया जा रहा है, जो इसी माह पूरा हो जाएगा, उसके बाद मुआवजे की रकम बांटी जाएगी
Sant Kabir Nagar News: नए एलाइमेंट के सत्यापन में फंसी खलीलाबाद-बहराइच रेल लाइन
संवाद न्यूज एजेंसी, संत कबीर नगर Published by: गोरखपुर ब्यूरो Updated Sun, 12 May 2024 12:42 AM IST
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Khalilabad-Bahraich railway line stuck in verification of new element
– अधिग्रहण की प्रक्रिया के बीच बदला गया एलाइमेंट
– जिले के 54 गांवों में सर्वे का कार्य हो चुका है पूरा
संवाद न्यूज एजेंसी
संतकबीरनगर। जिले के उतरांचल को रेल लाइन से जोड़ने के लिए रेल मंत्रालय ने साल 2017 में खलीलाबाद- बलरामपुर बहराइच रेल मार्ग की घोषणा की थी। साल 2019 में तत्कालीन रेल मंत्री पीयूष गोयल ने इसका शिलान्यास किया था। भूमि अधिग्रहण के लिए नोटिफिकेशन भी जारी हो चुका था। लेकिन रेलवे ने जनवरी में लाइन का एलाइमेंट बदल दिया। सत्यापन नहीं होने के चलते परियोजना पर काम शुरू नहीं हो सका है। वहीं भूमि आधिपत्य अधिकारी की माने तो सत्यापन का कार्य इसी माह पूरा हो जाएगा। उसके बाद मुआवजे की रकम किसानों में बांट दी जाएगी।
खलीलाबाद-बलरामपुर-बहराइच रेल लाइन के लिए संतकबीरनगर और सिद्धार्थनगर में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है। पहले चरण में खलीलाबाद से बांसी तक नई रेल लाइन बिछाई जानी है। इसमें संतकबीरनगर में 54 गांवों में सर्वे का काम पूरा हो चुका है, जबकि सिद्धार्थनगर में 93 गांव, बलरामपुर में 65 गांव, श्रावस्ती में 30 गांव और बहराइच में 19 गांवों से होकर नई रेल लाइन बिछाई जानी है।
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संतकबीरनगर और सिद्धार्थनगर में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है, जबकि बलरामपुर, श्रावस्ती और बहराइच में अभी सर्वे हो रहा है। जिले में अभी किसानों का मुआवजा नहीं मिल पाया है, जबकि मुआवजे के लिए रकम उपलब्ध है। इसके लिए डीएम ने नोटिफिकेशन कर आपत्ति मांगी थी। इस बीच रेल विभाग ने कई जगहाें पर लाइन की रेखा बदल दी, जिसके कारण यह परियोजना अभी भी अटकी हुई है। अधिकारियों का कहना है कि एलाइमेंट बदलने की वजह से देरी हुई है, जहां पर एलाइमेंट बदला गया है वहां सत्यापन कराया जा रहा है, जो इसी माह पूरा हो जाएगा, उसके बाद मुआवजे की रकम बांटी जाएगी।
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54 गांवों में 142 हेक्टेयर जमीन का होना है अधिग्रहण
रेल लाइन बिछाने में प्रथम चरण में खलीलाबाद से बांसी तक 54 किलोमीटर दूरी तक कार्य कराया जाना है। इसमें संतकबीरनगर जिले के खलीलाबाद तहसील क्षेत्र के 29 गांवों के किसानों की 75.128 हेक्टेयर और मेंहदावल तहसील क्षेत्र के 25 गांवों की 66.862 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहीत की जानी है। इस तरह कुल 54 गांवों की 142 हेक्टेयर जमीन ली जानी है।
खलीलाबाद-बलरामपुर-बहराइच रेल लाइन के लिए प्रथम चरण के अधिग्रहण के लिए प्रक्रिया चल रही है। इस बीच रेल विभाग ने एलाइमेंट बदल दिया है। जिसका सत्यापन कराया जा रहा है। सत्यापन के बाद मुआवजे की रकम किसानों में बांट दी जाएगी।
– आशीष पांडेय, भूमि आधिपत्य अधिकारी