
मौलाना तौकीर रजा खां – फोटो : बागेश्वर धाम के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के पटाखों पर दिए गए बयान पर आईएमसी (इत्तेहाद-ए-मिल्लत कौंसिल) के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खां ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि दिवाली रोशनी का त्योहार है। खुशी का इजहार करने के लिए ज्यादा से ज्यादा रोशनी करिए, पटाखे भी छोड़िए, लेकिन पटाखे इतने छोड़िए, जिससे देश में प्रदूषण की समस्या न हो। उन्होंने कहा कि पराली जलाने पर किसान के खिलाफ मुकदमे लगाए जाते हैं। उसकी मजबूरी है। उसे जलाना ही पड़ेगी। पटाखे बिना वजह के जलाए जाते हैं। तौकीर रजा ने कहा कि खुशी का इजहार करने के लिए थोड़े से पटाखे जला लो, लेकिन अरबों रुपये की आतिशबाजी होती है, ये देश का नुकसान हो रहा है। देश के धन में आग लगाने का काम किया जाता है। तौकीर रजा ने अपील करते हुए कहा कि दिवाली पर खुशी का इजहार करने के लिए रोशनी ज्यादा से ज्यादा करिए। आतिशबाजी भी करिए, लेकिन इसे थोड़ा कम करिए। मौलाना ने अपनी तरफ से जारी नहीं किया बयान- आईएमसी
मौलाना तौकीर रजा की तरफ से यह स्पष्ट किया गया है कि यह उनका सार्वजनिक बयान नहीं है। इस संबंध में आईएमसी के मीडिया प्रभारी मुनीर इदरीसी ने बताया कि दिवाली के पटाखों पर आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खां ने अपनी तरफ से कोई बयान जारी नहीं किया है। एक चैनल से धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के बयान पर मौलाना से सवाल किया गया। उस पर उन्होंने अपनी बात कही थी।
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने ये कहा था
दरअसल, एक कार्यक्रम में दिवाली पर पटाखों को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा था कि यह देश का दुर्भाग्य है कि जब भी सनातन हिंदू धर्म के त्योहार आते हैं तो कोई कानून की बात करता है। कोई रोक लगाने की बात करता है। उन्होंने कहा कि हमने एक खबर देखी कि दिवाली पर दीये में इतने तेल और घी जलाए जाते हैं। इसे अगर गरीबों में बांट दें तो भला हो जाएगा। इस देश में बकरीद भी होती है। बकरीद बंद करवा दो। एक साहब ने कहा कि पटाखों से प्रदूषण होता है। एक जनवरी को इनका ज्ञान गायब हो जाता है। तब पूरी दुनिया में पटाखे छोड़े जाते हैं। उन्होंने कहा कि हम दोपक्षीय बात करने वालों के ऊपर ही सुतली बम रखना है। हम तो दिवाली अच्छे से मनाएंगे। सुतली बम खरीद लिया है।
मौ दीन रिपोर्टर।पत्रकार भोजपुर जिला मुरादाबाद