कौशिक नाग कोलकाता धर्म के नाम पर सरकारी पैसों की बर्बादी कर रही राज्य सरकार : शुभेंदु पूर्व मेदिनीपुर जिले के समुद्र तटवर्ती क्षेत्र दीघा में ‘जगन्नाथ धाम’ मंदिर निर्माण के मुद्दे पर विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने ममता बनर्जी सरकार पर तीखा हमला किया. श्री अधिकारी ने इस परियोजना को धर्म के नाम पर सरकारी पैसे की बर्बादी बताते हुए इसे संविधान का उल्लंघन करार दिया है. गुरुवार को सोशल मीडिया एक्स के माध्यम से शुभेंदु अधिकारी ने कहा : किसी भी सरकार या उसके अधीनस्थ संस्थान को करदाताओं के पैसे से धार्मिक स्थल बनाने का अधिकार नहीं है. दीघा में जो निर्माण हो रहा है, वह मंदिर नहीं, बल्कि ‘जगन्नाथ धाम सांस्कृतिक केंद्र’ है. उन्होंने कहा कि दस्तावेज स्पष्ट करते हैं कि इस परियोजना का टेंडर सांस्कृतिक केंद्र के रूप में जारी किया गया था, न कि मंदिर निर्माण के लिए. शुभेंदु अधिकारी ने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा : यदि आप सोचती हैं कि आप पुरी के जगन्नाथ धाम की महिमा को कम कर सकती हैं या उसका विकल्प बना सकती हैं, तो यह आपकी भूल है. भगवान जगन्नाथ से मेरी प्रार्थना है कि वे आपको सद्बुद्धि प्रदान करें. उन्होंने कहा कि पुरी का श्री जगन्नाथ मंदिर भारत के सनातन धर्म का प्रमुख तीर्थस्थल है और उसकी बराबरी या विकल्प बनाना संभव नहीं है. श्री अधिकारी ने मंदिर के अद्भुत निर्माण और उससे जुड़े चमत्कारों का उल्लेख करते हुए कहा कि यह मंदिर विज्ञान को भी चुनौती देता है. शुभेंदु अधिकारी ने दलील दी कि अयोध्या के राम मंदिर का निर्माण भी सरकारी धन से नहीं बल्कि ‘श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट’ द्वारा हिंदुओं से प्राप्त दान से हुआ. उन्होंने कहा कि सरकारी धन से धार्मिक स्थल का निर्माण करना असंवैधानिक है.
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