सीधी। वन माफिया द्वारा जंगल में कीमती शाल के पेड़ों की अंधाधुंध कटाई की जा रही है, लेकिन जिम्मेदार लोगों ने सब कुछ देखते हुए भी अपनी आंखें बंद कर रजाई में दुबके हुए हैं।
आदिवासी बाहुल्य विकासखंड क्षेत्र कुसमी के ग्राम पंचायत अमरोला के ग्राम कुरचू से हमारे संवाददाता को जानकारी प्राप्त हुई की कुरचू के जंगल में अवैध रूप से शाल वृक्ष की कटाई की जा रही है। इसकी पुष्टि के लिए जब हमने हल्का पटवारी धनुक सिंह सेवन के मोबाइल नंबर पर संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि-” व्यौहारी जिला शहडोल के किसी ठेकेदार द्वारा कुछ पेड़ों को काटने की अनुमति प्राप्त की गई है लेकिन मुख्य सड़क के किनारे ही जंगल विभाग के तीन पेड़ भी काट लिए गए हैं। सूचना प्राप्त होने पर मौका स्थल निरीक्षण कर पंचनामा बनाया जाकर इसकी सूचना नायक तहसीलदार को दे दी गई है।आगे की कार्रवाई के संबंध में कोई जानकारी नहीं है।” हल्का पटवारी द्वारा दी गई जानकारी के बाद जब हमने नायब तहसीलदार नारायण सिंह से संपर्क करने का प्रयास किया तो उन्होंने फोन ही रिसीव नहीं किया। एसडीएम कुसमी सुश्री प्रिया पाठक को जब हमने इस संबंध में जानकारी दी तो उन्होंने कहा कि- ” जानकारी नहीं है लेकिन मामले को दिखावाती हैं।” इस संबंध में वन मंडल अधिकारी से जब उनके मोबाइल पर संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि – ” आपके द्वारा प्राप्त जानकारी के आधार पर रेंजर को जांच के लिए निर्देशित किया गया है।” सवाल यह उठता है वन माफिया जंगलों की अवैध रूप से कटाई कर रहे हैं और क्षेत्र में पदस्थ जिम्मेदार लोग चुप्पी साधे हुए हैं तथा अपनी वरिष्ठ अधिकारियों को भी गुमराह कर रहे हैं।
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