सारंगढ़ संवाददाता-चित्रसेन घृतलहरे, 31 जनवरी 2025/ सम्पूर्ण देश में किसान हित में डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर के माध्यम से नवाचार किया जा रहा है। ऐसे में डिजिटल दौर में कोई भी लाभ हेतु किसान (सभी कृषि भूमिधारक) का कृषि भूमि पहचान पत्र फॉर्मर आईडी हेतु किसान पंजीयन करना होगा ताकि उनके भुगतान की राशि उनके खाते में मिले। कृषको के ईकेवाईसी किये जाने पर कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) को शासन द्वारा 15 रूपये प्रति कृषक के मान से भुगतान किया जाएगा। ईकेवाईसी निशुल्क है इसलिए कृषकों से कोई राशि नहीं लिया जाना है। समस्त धान खरीदी केन्द्रों, समस्त बैंक की शाखाओं में और सीएससी सेंटर में ईकेवाईसी किया जा सकता है। पंजीयन और ईकेवाईसी होने से किसानों के भुगतान में बाधा नहीं आएगा।
किसान पंजीयन के लिए किसान को अपनी व्यक्तिगत जानकारी, जैसे नाम, पता, बैंक खाता विवरण, भूमि का विवरण आदि जानकारी के साथ साथ आवश्यक दस्तावेज़ जैसे आधार कार्ड, राशन कार्ड, भूमि रिकॉर्ड, और बैंक खाता विवरण अपलोड करने होते हैं। सत्यापन हेतु रजिस्ट्रेशन के दौरान किसान को अपना मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी दर्ज करना होता है। यह प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन है, जिससे किसानों को रजिस्ट्रेशन में किसी प्रकार की कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ता। इसका उद्देश्य किसानों को एकत्रित करके उनकी जानकारी को डिजिटल रूप से रजिस्टर करना है। इस पोर्टल के माध्यम से राज्य के सभी किसानों का डेटा एकत्रित किया जाता है, ताकि उन्हें ऑनलाइन भुगतान की राशि आसानी से मिल सके।