जेल से छूटने के बाद हिस्ट्रीशीटर नें निकाला 30 गाड़ियों का काफिला -हुआ गिरफ्तार
👉 काफिले में शामिल थी सपा और भाजपा के झंडे लगी गाड़
जेल से छूटने के बाद हिस्ट्रीशीटर ने निकाला 30 गाड़ियों का काफिला, पुलिस ने गिरफ्तार किया
आजमगढ़, 7 फरवरी 2025।
आजमगढ़ में पुलिस ने गैंगस्टर अमरजीत यादव को गिरफ्तार कर लिया है, जो जेल से रिहा होने के बाद 30 गाड़ियों के काफिले के साथ घर जा रहा था। पुलिस ने उसकी सात गाड़ियों को सीज कर उनके चालकों को हिरासत में ले लिया। एक कार से पांच लाख रुपये नकद, मिठाइयां और फूल-माला बरामद किए गए। अमरजीत यादव पर आजमगढ़, जौनपुर और गोरखपुर में 30 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।
काफिले को रोकने पर पुलिस से की बदसलूकी
बुधवार देर रात इटौरा जेल से रिहा होते ही अमरजीत यादव के समर्थक बड़ी संख्या में जुट गए थे। पुलिस को पहले ही सूचना मिल गई थी कि वह भव्य काफिला निकालने की तैयारी में है। रात साढ़े 11 बजे जब अमरजीत 30 गाड़ियों के काफिले के साथ निकला, तो इटौरा पुलिस चौकी प्रभारी धर्मेंद्र कुमार ने उसकी स्कॉर्पियो को रोक लिया। इस पर अमरजीत गाड़ी से उतरकर दरोगा से धक्कामुक्की करने लगा और वर्दी पर लगी नेमप्लेट नोंच दी। उसने पुलिस को गाली देते हुए जान से मारने की धमकी भी दी।
पुलिस ने की बड़ी कार्रवाई
चौकी इंचार्ज ने तत्काल कंट्रोल रूम को सूचना दी, जिसके बाद तीन थानों की पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची।
- सिधारी थानाध्यक्ष शशिचंद चौधरी
- मुबारकपुर थानाध्यक्ष निहार नंदन कुमार
- जहानागंज थानाध्यक्ष वीरेंद्र कुमार
भारी पुलिस बल के पहुंचते ही काफिले में भगदड़ मच गई। पुलिस ने सात वाहनों को जब्त कर चालकों को हिरासत में ले लिया। एक कार से पांच लाख रुपये नकद, जबकि अन्य कारों से फूल-माला और मिठाइयां बरामद हुईं।
धारा 163 बीएनएसएस के तहत काफिला निकालना प्रतिबंधित
एसपी ग्रामीण चिराग जैन ने बताया कि जनपद में धारा 163 बीएनएसएस लागू है, जिसके तहत किसी भी तरह का जुलूस निकालना प्रतिबंधित है। अमरजीत यादव ने जेल से छूटने के बाद यह नियम तोड़ा और पुलिस के साथ बदसलूकी की, जिसके चलते उसे गिरफ्तार किया गया।
सूत्रों के अनुसार, जेल के आसपास 50 से अधिक लग्जरी गाड़ियां जमा थीं। पुलिस के पहुंचते ही अधिकांश लोग भाग निकले, लेकिन सात गाड़ियां पकड़ ली गईं, जिन पर भाजपा और सपा के झंडे लगे थे।
मुलायम सिंह के करीबी ज्योतिषी की हत्या का आरोपी है अमरजीत
गैंगस्टर अमरजीत यादव 2012 में जौनपुर में हुई ज्योतिषी डॉ. रमेश तिवारी की हत्या का दोषी है। इस मामले में उसे आजीवन कारावास की सजा हुई थी, लेकिन बाद में हाईकोर्ट से जमानत मिल गई। रमेश तिवारी सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के करीबी माने जाते थे।