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*प्रेस रिलीज*
*गया कॉलेज में वित्तीय एवं प्रशासनिक अनियमितताओं की जांच हेतु मगध विश्वविद्यालय ने गठित की जांच समिति•*
*22 फरवरी 2025*
गया कॉलेज, गया में कथित वित्तीय अनियमितताओं और प्रशासनिक खामियों की शिकायतों के मद्देनज़र मगध विश्वविद्यालय प्रशासन ने तीन सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है। यह समिति पूरे मामले की गहन जांच कर दोषियों की पहचान करेगी और अनुशासनात्मक कार्रवाई की सिफारिश करेगी।
गया कॉलेज में हो रही वित्तीय और प्रशासनिक अनियमितताओं को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) लंबे समय से आवाज उठा रहा था। विद्यार्थी परिषद ने विश्वविद्यालय प्रशासन से जांच की मांग की थी, जिस पर संज्ञान लेते हुए मगध विश्वविद्यालय के कुलपति ने जांच समिति का गठन किया।
कुलपति द्वारा गठित इस जांच समिति में निम्नलिखित वरिष्ठ शिक्षाविदों को शामिल किया गया है:
1. प्रो. (डॉ.) ब्रजेश कुमार राय – डीन, स्टूडेंट्स वेलफेयर (संयोजक)
2. प्रो. (डॉ.) वीरेन्द्र कुमार – डीन, साइंस फैकल्टी (सदस्य)
3. प्रो. (डॉ.) अनवर खुर्शीद खान – डीन, कॉमर्स फैकल्टी (सदस्य)
विश्वविद्यालय प्रशासन ने जांच समिति को दो सप्ताह के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है ताकि जल्द से जल्द आवश्यक कदम उठाए जा सकें।
इस फैसले का स्वागत करते हुए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कॉलेज अध्यक्ष राहुल कुमार और चंदन कुमार ने कहा कि वे उम्मीद करते हैं कि यह जांच पारदर्शी और निष्पक्ष होगी। उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि दोषियों पर सख्त कार्रवाई नहीं हुई, तो विद्यार्थी परिषद आगे भी आंदोलन जारी रखेगा।
विद्यार्थी परिषद के प्रदेश सह मंत्री मंतोष सुमन ने गया कॉलेज में व्याप्त अनियमितताओं पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा, गया कॉलेज में भ्रष्टाचार और प्रशासनिक लापरवाहियाँ अपने चरम पर हैं। वर्तमान प्राचार्य के कार्यकाल की विस्तृत जांच होनी चाहिए। कॉलेज में न केवल वित्तीय गड़बड़ियाँ हो रही हैं, बल्कि शैक्षणिक व्यवस्था भी पूरी तरह चरमरा गई है। विद्यार्थियों को मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल रही हैं, प्रोसेसिंग चार्ज के नाम पर अनियमितताएँ देखी गई हैं और प्रशासनिक स्तर पर पारदर्शिता की कमी बनी हुई है।उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन से वर्तमान प्राचार्य के पूरे कार्यकाल की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की। साथ ही चेतावनी दी कि यदि इस मामले में जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो विद्यार्थी परिषद आंदोलन को तेज करेगी।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के एसएफडी प्रमुख सूरज सिंह ने चेतावनी दी कि यदि जांच समिति ने निष्पक्ष जांच नहीं की, तो ABVP विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ भी आंदोलन छेड़ेगा और जरूरत पड़ी तो कानूनी लड़ाई भी लड़ेगा।
ABVP के कार्यकर्ताओं को आशंका है कि जांच समिति कॉलेज प्रशासन के प्रभाव में आ सकती है और अनियमितताओं को दबाने का प्रयास किया जा सकता है। सूरज सिंह ने कहा यदि जांच केवल दिखावे के लिए की गई और दोषियों को बचाने की कोशिश हुई, तो विद्यार्थी परिषद इसे बर्दाश्त नहीं करेगी। एबीवीपी के कार्यकर्ता पूरी जांच प्रक्रिया पर कड़ी नजर रखेंगे और जरूरत पड़ने पर विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ भी आंदोलन करेंगे। यदि समिति की कार्यवाही संदिग्ध लगती है, तो विद्यार्थी परिषद कानूनी कार्रवाई की दिशा में भी आगे बढ़ेगी।
गया कॉलेज के छात्रों में भी इस मुद्दे को लेकर गहरी नाराजगी है। वे चाहते हैं कि जांच निष्पक्ष हो और दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो।
गया कॉलेज में हो रही वित्तीय गड़बड़ियों को लेकर पहले से ही शिक्षकों और छात्रों के बीच असंतोष था। इस जांच समिति के गठन के बाद अब सभी की नजरें इसकी रिपोर्ट पर टिकी हैं। कॉलेज प्रशासन पर भी दबाव बढ़ गया है कि वह जांच में पूरा सहयोग करे और सभी आवश्यक दस्तावेज समिति को उपलब्ध कराए।
त्रिलोकी नाथ डिस्ट्रिक्ट डिवीज़न हेड गया
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