
संत कबीर नगर, उत्तर प्रदेश
इस्लामिक प्राइमरी स्कूल पर चला बुलडोजर,प्रबंधक ने SDM सादर पर लगाए अन्यायपूर्ण कार्रवाई के आरोप,
स्थानीय क्षेत्र के लोग मदरसे के प्रांगण में अदा करते थे ईद और बकरा ईद की नमाज।
एसडीएम शैलेश कुमार दुबे द्वारा कृत कार्रवाई से स्थानीय लोगों में आक्रोश
*संतकबीरनगर* के तहसील खलीलाबाद क्षेत्र के ग्राम उसरा शहीद स्थित इस्लामिया प्राइमरी पाठशाला को प्रशासन द्वारा ध्वस्त किए जाने के बाद विवाद गहरा गया है। विद्यालय प्रबंधक ने जिलाधिकारी महेंद्र सिंह तंवर को पत्र देते हुए उपजिलाधिकारी खलीलाबाद शैलेश कुमार दुबे पर अवैध रूप से विध्वंस कराने का आरोप लगाया है और जिलाधिकारी से इस मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।
इस्लामिया प्राइमरी स्कूल के चेयरमैन मारूफ अहमद के अनुसार, यह विद्यालय विगत 65-70 वर्षों से संचालित है और यहां सैकड़ों छात्र शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। इस भूमि को लेकर पहले भी विभिन्न न्यायालयों में मुकदमे चले, जिनमें न्यायालय ने स्कूल के पक्ष में निर्णय सुनाया था।
न्यायालय के आदेश के बावजूद कार्रवाई का आरोप
मारूफ अहमद ने बताया कि इस भूमि को लेकर 1981 में जिला परिषद बस्ती द्वारा मुकदमा दायर किया गया था, जिसमें 1990 में स्पेशल जज बस्ती ने विद्यालय के कब्जे को वैध माना था। इसके बाद जिला परिषद द्वारा उच्च न्यायालय में अपील की गई, जो 2016 में खारिज हो गई। साथ ही, 2019 में तत्कालीन उपजिलाधिकारी ने भी न्यायालय के आदेश को प्रभावी बताते हुए स्कूल के पक्ष में आदेश पारित किया था।
मरम्मत के दौरान SDM सदर और उनकी टीम ने की तोड़फोड़
मदरसा प्रबंधक का कहना है कि विद्यालय की इमारत पुरानी और जर्जर हो चुकी थी, जिसके चलते उसकी मरम्मत एवं नवीनीकरण का कार्य किया जा रहा था। इसी दौरान तहसील प्रशासन के कर्मचारी आए और मरम्मत कार्य को जबरन रोक दिया। बाद में 5 मार्च 2025 को उपजिलाधिकारी शैलेश कुमार दुबे के आदेश पर जबरन ध्वस्तीकरण कर दिया गया।
इस कार्रवाई से स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश है। विद्यालय प्रबंधन ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर इस ध्वस्तीकरण को अवैध करार दिया है और दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने प्रशासन से बिना किसी पूर्व सूचना के की गई इस कार्यवाही की निष्पक्ष जांच कराने और विद्यालय के पुनर्निर्माण की अनुमति देने की अपील की है।