
रिश्वत देकर इंस्पेक्टर बनना चाहते थे 19 लोको पायलट, CBI ने बिगाड़ दी पूरी सेटिंग व खेल
चन्दौली जिले में 19 लोको पायलटों ने रिश्वत देकर लोको इंस्पेक्टर बनने का सपना संजोया था। इनका कार्य लोको पायलट की काउंसिलिंग करना, यात्री व गुड्स ट्रेन चलाने से संबंधित जानकारी देना था। ट्रेन ले जाते समय मादक पदार्थ का सेवन जैसे तमाम बिंदुओं को जांचने का काम लोको इंस्पेक्टर को करना होता है। वरीय मंडल विद्युत अभियंता आपरेशन सुशांत पराशर पेपर बनाते हैं और वरीय मंडल कार्मिक अधिकारी सुरजीत कुमार परीक्षा संपन्न कराते हैं। 80 लोको पायलटों ने इस परीक्षा में भाग लेने के लिए फार्म भरा था। 19 पद की जरूरत थी। इस मामले में इंदु प्रकाश की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। सीबीआइ की टीम ने उन्हें पूछताछ के बाद छोड़ दिया क्योंकि परीक्षा संपन्न नहीं हुई और वह पेपर जांच नहीं सकेइसके अलावा उनके घर पर हुई जांच में कोई कैश भी बरामद नहीं हुआ। अब देखना यह है कि विवेचना में अभी और कितने लोग सीबीआइ की गिरफ्त में आते हैं या बच जाते हैं। सभी को मालूम है कि इस परीक्षा को संपन्न कराने में रिश्वत का खेल चलता है। सीबीआइ की जांच में अभी कई और राज खुलने के आसार हैं।