
IAS परीक्षा में नकल का खुला खेल, प्रशासन मौन!
उत्तर प्रदेश में IAS परीक्षा में बड़े पैमाने पर नकल करवाई जा रही है, जिससे परीक्षा की निष्पक्षता पर सवाल खड़े हो गए हैं।
उत्तर प्रदेश में सिविल सेवा परीक्षा (IAS) की प्रतिष्ठा पर सवाल उठने लगे हैं, क्योंकि कई परीक्षा केंद्रों से नकल कराए जाने की खबरें सामने आई हैं। परीक्षा में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए प्रशासन की भूमिका पर संदेह व्यक्त किया जा रहा है।
क्या है पूरा मामला?
सूत्रों के अनुसार, यूपी के कई जिलों में आईएएस परीक्षा के दौरान संगठित रूप से नकल करवाई जा रही है। परीक्षा हॉल में मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज़ के जरिए परीक्षार्थियों को उत्तर बताए जाने की घटनाएं सामने आई हैं।
लेटरल एंट्री पर भी सवाल
इससे पहले प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में बिना परीक्षा के ही आईएएस अधिकारियों की भर्ती की गई थी। अब, जब आईएएस जैसी परीक्षा में धांधली के आरोप लग रहे हैं, तो इससे प्रशासनिक सेवाओं की गुणवत्ता पर भी सवाल उठ रहे हैं।
क्या होगा असर?
➡ निष्पक्ष परीक्षा प्रणाली पर सवाल उठेंगे। ➡ योग्य और मेहनती अभ्यर्थियों के साथ अन्याय होगा। ➡ प्रशासनिक सेवाओं की साख पर बट्टा लगेगा। ➡ जनता का भरोसा तंत्र से उठ सकता है।
जनता ने उठाए सवाल
👉 “क्या अब देश को नकल करके बने कलेक्टर चलाएंगे?” 👉 “IAS जैसी परीक्षा में धांधली होगी, तो आम नागरिक को न्याय कहां मिलेगा?” 👉 “सरकार कब इस पर सख्त कदम उठाएगी?”
उच्चस्तरीय जांच की मांग
छात्र संगठनों और आम नागरिकों ने इस मामले की सीबीआई जांच की मांग की है। परीक्षा में निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए सरकार को जल्द से जल्द कड़े कदम उठाने होंगे। यदि इस पर जल्द ही कार्रवाई नहीं हुई, तो यह मामला बड़ा राजनीतिक विवाद बन सकता है।
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✍️ संपादक: एलिक सिंह, वंदे भारत लाइव टीवी न्यूज़
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