उत्तर प्रदेशबस्ती

SDO ISB साहब की टीम सिर्फ मंझरिया में ही नहीं रुकी होती तो चकदहा का भी कच्चा चिट्ठा खुल जाता

 अजीत मिश्रा (खोजी)

बस्ती

 SDO ISB साहब की टीम सिर्फ मंझरिया में ही नहीं रुकी होती तो चकदहा का भी कच्चा चिट्ठा खुल जाता।।

कुदरहा बस्ती ।। कुदरहा में 77 मजदूरों के नाम पर फर्जी मस्टरोल का बड़ा खेल सामने आया है। धरातल पर कोई मजदूर काम करता नहीं दिखा, फिर भी लाखों की निकासी कर ली गई। रोजगार सेवक, पंचायत सचिव और जेई की मिलीभगत से जारी है भ्रष्टाचार का खेल। मजदूरों के नाम पर कागजों में हुआ विकास, लेकिन ज़मीनी हकीकत है शून्य।मस्टरोल में दर्शाए गए मजदूरों से जब बात की गई तो किसी को जानकारी तक नहीं थी। चकदहा में सड़क, नाली, तालाब सफाई जैसे कार्यों का सिर्फ कागजों में जिक्र।

 गांव के लोगों का आरोप – बिना मजदूर लगाए पैसा निकाल लिया गया। जांच एजेंसियां यदि सही मायने में जांच करें तो करोड़ों का घोटाला उजागर हो सकता है। ISB साहब को चाहिए कि चकदहा में भी टीम भेज कर सच्चाई से परदा हटाएं।लगातार मिल रही हैं शिकायतें, लेकिन जिम्मेदार बने हैं मौन। ग्रामवासियों ने मांग की है उच्च स्तरीय जांच की।मस्टरोल पर हस्ताक्षर भी संदेह के घेरे में, कई मजदूरों ने खुद को बताया अनजान।

 ग्राम पंचायत चकदहा बन चुकी है भ्रष्टाचार की प्रयोगशाला।अब देखना यह है कि क्या प्रशासन करेगा सख्त कार्रवाई या फिर फाइलों में ही दफन हो जाएगा मामला?

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