
जैन संतों की सुरक्षा के लिए राजस्थान में ऐतिहासिक पहल राज्यपाल से भेट
जयपुर : राजस्थान में जैन साधु-संतों पर हो रहे लगातार हमले और सड़क दुर्घटनाओं की बढ़ती घटनाओं के मद्देनजर, अखिल भारतीय जैन अल्पसंख्यक महासंघ के शिष्टमंडल ने राष्ट्रीय अध्यक्ष ललित गांधी एवं राजस्थान सरकार के सहकारिता मंत्री गौतम डक के नेतृत्व में राजभवन में महामहिम राज्यपाल श्री हरिभाऊ बागड़े से एवं राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से जयपुर में भेंट कर एक महत्वपूर्ण ज्ञापन सौंपा।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ललित गांधी ने मुख्यमंत्री को विगत एक माह में विभिन्न स्थानों पर जैन साधुओं के साथ हुई तीन गंभीर दुर्घटनाओं की जानकारी दी और मांग की कि इन घटनाओं की एसआईटी (विशेष जांच टीम) के माध्यम से गहन जांच की जाए। साथ ही जैन साधु-संतों के विहार के दौरान उन्हें सरकारी सुरक्षा उपलब्ध कराई जाए।
ललित गांधी ने यह भी मांग की गई कि महाराष्ट्र की तर्ज पर राजस्थान में भी जैन समाज के सर्वांगीण विकास हेतु जैन विकास निगम की स्थापना की जाए।
महामहिम राज्यपाल हरीभाऊ बागडे जी ने आश्वासित किया की शांतिप्रिया जैन समाज के साधु संतों की सुरक्षा राज्य की प्राथमिकता होनी चाहिए और इस विषय को लेकर सरकार को आवश्यक दिशा निर्देश दिए जाएंगे।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा जी ने विषय की गंभीरता को देखते हुए न केवल एसआईटी गठित करने का आश्वासन दिया, बल्कि जैन विकास महामंडल की स्थापना के विषय में भी सकारात्मक रुख अपनाया।
राष्ट्रीय महामंत्री संदीप भंडारी ने बताया कि अखिल भारतीय जैन अल्पसंख्यक महासंघ द्वारा की गई यह पहल ना केवल राजस्थान, बल्कि पूरे देश के जैन समाज के लिए एक प्रेरणादायी कदम है।
इस प्रतिनिधि मंडल में राष्ट्रीय महामंत्री श्री संदीप भंडारी, संयुक्त मंत्री श्री विकास अच्छा, श्री देवेंद्र जैन, मध्य प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश जैन एवं विमल सिंघवी प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
यह भेंट जैन समाज के लिए एक महत्वपूर्ण कदम सिद्ध होगी तथा राजस्थान में जैन साधु-संतों की सुरक्षा और समाज के विकास की दिशा में ठोस पहल मा
नी जा रही है।