भ्रष्टाचारी का षड्यंत्र
डॉ एच सी विपिन कुमार जैन विख्यात
कागज कुतर गए,
चूहे, बन्दर और कुत्ते।
कोर्ट में जवाब,
दाखिल किया गया।
मगर बाद में जांच हुई,
तो पाया गया।
हाथ और दांत इंसानों के थे।
मासूम जानवरों पर,
बेवजह जुल्म ढाया गया।
इनके दफ्तरों में,
ये ही भेष बदलते हैं।
कभी चूहे, कभी बंदर, कभी कुत्ते बनते हैं।
अपने किए कराए का इल्जाम,
इन मूक पशुओं पर धरते हैं।
यह कानून को ही नहीं,
इंसानियत को भी शर्मसार करते हैं।