
मंडला 14 सितंबर 2024 दिन शनिवार को लोक पर्व डोल ग्यारस के दिन भगवान अज्ञात आदेश के चलते जल बिहार नहीं कर सके जिसका सभी समाज वर्ग में रोष है जबकि एक दिन पूर्व पुलिस कंट्रोल रूम में अधिकारियों के समक्ष बाढ़ और मौसम मौसम के आधार पर तय हो चुका था की सुरक्षा के साथ जल विहार परंपरा अनुसार होगा किंतु पूर्व दिवस पर अचानक अज्ञात आदेश के चलते जल विहार परंपरा को उपस्थित अधिकारियों ने रोक दिया जो उचित नहीं है नगर के विभिन्न मंदिरों से निकलने वाले डोलो के संचालकों एवं नागरिकों सहित राजनैतिक दलों ने विरोध प्रकट करते हुए मुख्यमंत्री के नाम विधायिका एवं मंत्री श्रीमती संपत्ति उइके को ज्ञापन सौंपा है ज्ञापन में बताया गया कि जल झूलनी एकादशी पर्व का बहुत ही महत्व नर्मदा तट पर बसे हमारे नगर का यह है विशेष पर्व है आज के जल स्तर से अधिक जल स्तर में भी डोलो का जल विहार पूरे उत्साह से होता रहा है आज भगवान का जल बिरहा न जाना एक परंपरा को खंडित कर देना है आंचलिक लोग बहुत ही श्रद्धा से उपस्थित हो नर्मदा तट से विहंगम दृश्य का दर्शन लाभ प्राप्त करते और मेला भरता है लोग अपनी श्रद्धा क्षमता अनुसार डोलो में फल प्रसाद अर्पित करते काफी संख्या में लोग भी नौकाओं में इस अवसर पर जल बिरहा कर पुण्य लव अर्जित करते जो आज नहीं किया जा सका बहुत दुखद इस स्थिति के लिए जिम्मेदार कौन है जिसने पूरे पर्व की भावना परंपरा से खिलवाड़ किया लोक भावनाओं को ध्यान में रखकर सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम कर भगवान काजल बिहार कराया जा सकता था यह लोक पर्व साइक्लो वर्षों से निरंतर जारी है जो आस्था एवं धार्मिक महत्व रखता है बावजूद जल विहार परंपरा पर रोक समझ के पार है जिससे हमारी आस्था पर चोट लगी है लोक पर्व पर इस तरह की फैसले ठोकने पर नियंत्रण आवश्यक है उसे समय तक जब तक गंभीर जनधन की हानि संभावित है विधायिका एवं कैबिनेट मंत्री श्रीमती संपत्ति और उनके ने कहा कि इस तरह प्रभु में अनावश्यक हस्तक्षेप उचित नहीं है उन्होंने जांच कर कार्रवाई का भरोसा दिलाया है प्रतिनिधि मंडल में दोनों राजनीतिक दलों से भीष्म द्विवेदी भाजपा एवं राकेश तिवारी कांग्रेस सहित नगर पालिका अध्यक्ष विनोद कुशवाहा सुनील दुबे अन्ना महाराज पूर्व जनपद अध्यक्ष जयंत चौधरी राहुल शुक्ला अनुराग चौरसिया एवं सुधीर उपाध्याय उपस्थित रहे