
। उत्तर प्रदेश के संभल में मस्जिद पर दोबारा सर्वे को लेकर हुए पर विवाद ने रविवार को हिंसक रूप ले लिया। सर्वे के दौरान भीड़ ने पुलिस पर पथराव और आगजनी कर दी। जवाब में पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने और लाठीचार्ज करना पड़ा। घटना में बीस से अधिक पुलिस कर्मी और दो दर्जन लोग चोटिल हो गए। तीन लोगों की माैत की खबर है। पढ़ें पल-पल के अपडेट्स। मुरादाबाद में गश्त करती पुलिस – फोटो : पुलिस
Sambhal Jama Masjid Survey: संभल में हिंसा को लेकर मुरादाबाद में भी चौकसी
संभल में हुई हिंसा और आगजनी के बाद मुरादाबाद पुलिस अलर्ट मोड में है। सीओ और थानाध्यक्ष अपने क्षेत्र में पैदल मार्च कर रहे हैं। ड्रोन कैमरा से निगरानी हो रही है। एसएसपी ने सोशल मीडिया विंग को भी सक्रिय कर दिया है। क्षेत्राधिकारी कोतवाली ने थाना प्रभारी मुगलपुरा मय पुलिस बल के साथ अपराध नियन्त्रण, कानून एवं शान्ति, सुरक्षा व्यवस्था के दृष्टिगत पुलिस फोर्स को ब्रीफ किया है। इसके साथ ही मुगलपुरा क्षेत्र में फ्लैग मार्च किया। इसी तरह क्षेत्राधिकारी कटघर ने भी थाना प्रभारी गलशहीद मय पुलिस फोर्स को ब्रीफ किया गया है और गलशहीद क्षेत्र में फ्लैग मार्च किया है। क्षेत्राधिकारी सिविल लाइंस ने भी अगवानपुर चौकी क्षेत्र के साथ ही थाना सिविल थाना इलाके में फ्लैग मार्च किया है। जिलाधिकारी अनुज सिंह और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सतपाल अंतिल ने भी कई क्षेत्रों में पहुंचकर पैदल मार्च किया।तीसरे युवक ने भी तोड़ा दम, इलाके में कड़ी निगरानी
हिंसक घटना में अब तक तीन युवकों की मौत की खबर है, हालांकि अधिकारियों ने इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। मृतकों की पहचान रोमान, बिलाल और नईम के तौर पर की गई है। इसके अलावा बीस से अधिक पुलिसकर्मी और दो दर्जन से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। पुलिस प्रशासन ने स्थिति को संभालने के लिए अतिरिक्त बल तैनात कर दिया है और इलाके में कड़ी निगरानी रखी जा रही है।संभल की सड़कों पर छाया सन्नाटा
संभल शहर को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। चंदौसी चौराहा, शंकर चौराहा, अस्पताल चौराहा और यशोदा चौराहा समेत सभी प्रमुख चौराहों पर बेरिकेडिंग कर आम लोगों को रोका गया है। जो लोग इन रास्तों से गुजरने की कोशिश कर रहे हैं, उन्हें डाइवर्ट करके अन्य मार्गों से भेजा जा रहा है। शहर भर में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात है। शहर की सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। इस हिंसक घटना के बाद प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है और स्थिति पर कड़ी नजर बनाए हुए है।संभल में बवाल के बाद पुलिस तैनात – फोटो : संवाद
Sambhal Jama Masjid Survey: कमिश्नर और डीआईजी ने लिया स्थिति का जायजा
हिंसक बवाल के बाद जिले में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। इस बीच कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह और डीआईजी मुनिराज जी मौके पर पहुंच गए हैं। अधिकारियों ने अदालत की कार्रवाई का हवाला देते हुए सभी से संयम बरतने की अपील की है। इस बवाल में डिप्टी कलेक्टर रमेश बाबू भी गंभीर रूप से घायल हुए हैं। उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। Sambhal Jama Masjid case – फोटो : संवाद
चुन-चुनकर पुलिस की गाड़ियों को फूंका:एसपी संभल
संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुए हिंसक बवाल पर एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि दंगाई पूरी प्लानिंग के तहत पुलिस की गाड़ियों को निशाना बना रहे थे। खासतौर पर पुलिस की गाड़ियों को चुन-चुनकर फूंक डाला गया जबकि आम लोगों की गाड़ियां सुरक्षित रहीं। एसपी ने बताया कि दंगाइयों के खिलाफ रासुका (NSA) लगाया जाएगा। उनकी पहचान सीसीटीवी फुटेज से की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि जिन लोगों ने इस हिंसा के लिए अन्य को उकसाया उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी, ताकि वे जिंदगी भर इस अपराध को याद रखें।बसपा प्रमुख मायावती और सपा नेता अखिलेश यादव – फोटो : संवाद
अखिलेश यादव बोले, सरकार ने जानबूझकर टीम को सुबह भेजा, तब हिंसा हुई
जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हिंसक घटना पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी सरकार और बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि यह गंभीर घटना है। मस्जिद का सर्वे पहले ही हो चुका था लेकिन जानबूझकर सुबह फिर से सर्वे टीम को भेजा गया। ताकि माहौल खराब हो सके और चुनावी मुद्दों पर चर्चा न हो पाए। सूचना है कि कई लोग घायल हो गए हैं और एक युवक की जान चली गई है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब मस्जिद का सर्वे पहले ही किया जा चुका था तो सरकार को फिर से इसकी क्या जरूरत पड़ी। वह भी बिना किसी तैयारी। अखिलेश ने इस घटना को बीजेपी सरकार और प्रशासन की साजिश करार दिया। कहा कि जो कुछ भी हुआ वह प्रशासन की तरफ से जानबूझकर किया गया ताकि चुनावों में हो रही धांधली और व्यापारी मामलों पर कोई चर्चा न हो सके। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि उसने जानबूझकर हिंसा को बढ़ावा दिया ताकि राजनीतिक मुद्दों पर किसी प्रकार की बात न हो सके।मौलाना शहाबुद्दीन बोले- शांति बनाए रखें मुसलमान, कोर्ट में मजबूती से लड़ेंगे कानूनी लड़ाई
उत्तर प्रदेश के संभल में मस्जिद के सर्वे पर रविवार को बवाल हो गया। सर्वे के दौरान भीड़ ने पुलिस पर पथराव और आगजनी की। इससे स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। संभल में हुए बवाल के बाद ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी बरेलवी ने मुसलमानों से अपील की है कि अमन व शांति को बनाये रखें। तोड़फोड़, पथराव न करें। पैगंबर इस्लाम ने शांति का पैगाम दिया है उस पर अमल करे। मौलाना ने कहा कि संभल की जामा मस्जिद एक ऐतिहासिक मस्जिद है। जामा मस्जिद का मामला सर्वे को लेकर कोर्ट में लंबित है। इसे लेकर कानूनी लड़ाई मजबूती से लड़ी जाएगी।SP कृष्ण बिश्नोई ने उपद्रवियों से कहा- भविष्य बर्बाद न करो बेटा
मस्जिद का दोबारा सर्वेक्षण करने के दौरान हंगामा और जमकर पथराव किया गया। पुलिस के कई वाहन फूंक डाले गए। पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज किया। इस बीच हालात पर काबू पाने के लिए एसपी संभल, कृष्ण बिश्नोई सड़क पर उतर आए। एक वीडियो में वह भीड़ में शामिल उपद्रवियों को समझाते हुए नजर आए। वह उनसे कह रहे हैं कि बेटा आपका भविष्य बहुत अच्छा है, नेताओं के चक्कर में अपना भविष्य बर्बाद मत करो।जामा मस्जिद का यह है मामला
हिंदू पक्ष की ओर से न्यायालय में वाद दायर किया गया है। उसमें उन्होंने हरिहर मंदिर होने का दावा किया है। न्यायालय ने कोर्ट कमिश्नर नियुक्त कर दिया है। मंगलवार को कोर्ट कमिश्नर ने पहली बार मस्जिद पहुंचकर सर्वे किया था। करीब दो घंटे तक वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी की गई थी। दोबारा रविवार को सर्वे होने के दाैरान बवाल हो गया। कोर्ट कमिश्नर 29 नवंबर को न्यायालय में रिपोर्ट पेश करेंगे।Sambhal Jama Masjid case: मस्जिद के अंदर सर्वे.. बाहर जुटने लगी थी भीड़, चंद पलों में चारों तरफ से बरसे पत्थर।संभल जिले में जामा मस्जिद के दोबारा सर्वे के दौरान रविवार को बड़ा बवाल खड़ा हो गया। कोर्ट कमिश्नर रमेश राधव की अगुवाई में टीम जब मस्जिद के अंदर सर्वे कर रही थी, तभी स्थानीय लोग मस्जिद के आसपास जुटने लगे। पुलिस द्वारा भीड़ को हटाने के प्रयास के बावजूद अचानक चारों ओर से पत्थरों की बौछार शुरू हो गई, जिससे स्थिति बेकाबू हो गई।Sambhal Jama Masjid Case: – फोटो : संवाद
उग्र भीड़ ने न सिर्फ पुलिसकर्मियों पर हमला किया, बल्कि वाहनों में भी आग लगा दी। इसके बाद पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने और लाठीचार्ज का सहारा लेना पड़ा। हिंसा में बीस से अधिक पुलिसकर्मी और स्थानीय लोग घायल हुए, जबकि एक युवक की मौत की खबर भी है।Sambhal Jama Masjid Case: – फोटो : संवाद
मस्जिद को लेकर हिंदू पक्ष का दावा
जामा मस्जिद को लेकर हिंदू पक्ष ने दावा किया था कि यह हरिहर मंदिर है, जिसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया। जिला अदालत ने इस दावे के आधार पर मस्जिद का सर्वेक्षण कराने का आदेश दिया था। मस्जिद कमेटी ने सर्वे की अनुमति दी, और 19 नवंबर को पहला सर्वे हुआ था। अब रविवार को दूसरा सर्वे चल रहा था, और इसे अदालत के आदेश के तहत 29 नवंबर तक रिपोर्ट पेश करने की जिम्मेदारी दी गई है।Sambhal Jama Masjid Case: – फोटो : संवाद
सोशल मीडिया पोस्ट से हुआ तनाव
बृहस्पतिवार को मोहल्ला बरेली सराय निवासी बिलाल ने सोशल मीडिया पर जुमे की नमाज में अधिक से अधिक लोग जुटने की अपील की थी, जिसे कुछ ही देर बाद हटा लिया गया, लेकिन तब तक यह पोस्ट वायरल हो चुकी थी। इस पोस्ट के बाद से ही पुलिस प्रशासन ने इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी थी। मस्जिद क्षेत्र में पीएसी और आरआरएफ की कंपनियों के साथ भारी पुलिस बल तैनात किया गया। मस्जिद जाने वाले दो प्रमुख रास्तों को बांस-बल्ली लगाकर बंद कर दिया गया।Sambhal Jama Masjid Case: – फोटो : संवाद
ड्रोन और सीसीटीवी से निगरानी
घटना के बाद प्रशासन ने ड्रोन से निगरानी बढ़ा दी है और जामा मस्जिद के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों को दुरुस्त करवाया गया है। एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने कहा कि सोशल मीडिया पर कड़ी नजर रखी जा रही है और अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने भी शांति बनाए रखने की अपील की है और कहा कि किसी भी स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन पूरी तरह तैयार है।हालात अभी भी तनावपूर्ण
सर्वे के दौरान अचानक बवाल मचने के बाद स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन पूरे इलाके में ड्रोन और पुलिस बल के माध्यम से गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। प्रशासन ने कहा है कि 29 नवंबर तक सर्वे रिपोर्ट पेश की जाएगी, और अदालत के आदेश के अनुसार इस मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी।मस्जिद का होगा विस्तृत सर्वे: कोर्ट कमिश्नर
पहली वार सर्वे के दाैरान मंगलवार को कोर्ट कमिश्नर ने बताया कि मस्जिद का विस्तृत सर्वे किया जाएगा। उन्होंने कहा है कि इमारत पुरातत्व विभाग के संरक्षण में है। इस लिहाज से फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी की जाएगी। ताकि स्थिति की सही जानकारी हो सके। इसके बाद ही न्यायालय को रिपोर्ट दी जाएगी। इसके लिए 29 नवंबर की तिथि तय की गई है।
498 वर्ष पुरानी है मस्जिद की ऐतिहासिक इमारत
जामा मस्जिद पुरातत्व विभाग के अनुसार 498 वर्ष पुरानी ऐतिहासिक धरोहर है। इसकी निगरानी भी 104 वर्ष से पुरातत्व विभाग की ओर से की जा रही है। लगातार टीम सर्वे करने के लिए भी आती है। बिना अनुमति के कोई कार्य किया नहीं जा सकता है। संभल जामा मस्जिद का उल्लेख बाबर नामा में मिलता है।1526 में मीर बेग ने इस मस्जिद का निर्माण कराया था। बाबर के आदेश पर इसका निर्माण किया गया था। उस समय बाबर ने हुमायूं को संभल जागीर दी थी। हालांकि बाद में हुमायूं के बीमार होने के बाद वह संभल जागीर से लौट गया था। वहीं दूसरी ओर हिंदू पक्ष का कहना है कि मंदिर को खंडित कर मस्जिद का निर्माण किया गया। उस समय बाबर के इशारे पर ऐसा किया गया। आइन ए अकबरी में भी इस मस्जिद का उल्लेख किया गया है। ग्रिल लगवाने पर पुरातत्व विभाग ने दर्ज करा दी थी रिपोर्ट
संभल जामा मस्जिद की निगरानी पुरातत्व विभाग द्वारा की जाती है। 19 जनवरी 2018 को स्टील की ग्रिल लगवाने पर कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज करा दी गई थी।इसमें सदर को विभाग ने कारण बताओ नोटिस जारी भी किया था। इसमें बिना अनुमति के सीढियों पर ग्रिल लगा दी थीSambhal Jama Masjid case – फोटो : संवाद
इसकी शिकायत की गई तो विभाग ने संज्ञान लिया था। प्राचीन स्मारक एवं पुरातवीय स्थल अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया था। अधीक्षण पुरातत्वविद ने जामा मस्जिद कमेटी से ग्रिल को हटवाया था। साथ ही अवैध निर्माण नहीं करने की हिदायत दी थी। यह मामला भी चर्चा में रहा था।
मौ दीन पत्रकार रिपोर्टर भोजपुर जिला मुरादाबाद