
दहेज प्रथा को रोकने के लिए की अनूठी पहल भादरा दैनिक हनुमानगढ़ का दर्पण (विनोद खन्ना) निकटवर्ती गांव भरवाना में दहेज के रुपए वापिस 1 रूपये नारियल भी वापिस लौटाकर शादी कर एक अनूठी मिशाल पेश की। मेघवाल समाज में हुई शादी में समाज के लिए एक अनूठा उदाहरण पेश किया गया।बता दें कि भरवाना से हजारी लाल पुत्र अमीचंद चालिया व भड़ोलियावाली से अमरसिंह तय विवाह के अनुसार भरवाना में बारात लेकर पहुंचे थे।भडोलियावाली के राहुल पुत्र अमरसिंह का विवाह कनिष्का प्रियंका पुत्री हजारी लाल के साथ सम्पन्न हुआ। विवाह की तमाम रस्में मेघवाल समाज की परम्पराओं के साथ सम्पन्न हुई। विवाह में वधु पक्ष की ओर से सुगठनी में इकावन हजार रूपए थाली में रखें।जिसको दुल्हे राहुल और उनके पिता जी अमरसिंह ने दहेज को एक सामाजिक बुराई बताते हुए बड़ी विनम्रता के साथ दुल्हन पक्ष को वापिस लौटा दिया।साथ ही समाज में दहेज व एक रुपए नारियल न लेकर समाज के समक्ष एक अनूठी मिशाल पेश की। समाज के लोगों ने प्रशंसा करते हुए इस कदम की सराहना की। विवाह में मौजूद सभी लोगों ने एक अनूठी व अनुकरणीय मिशाल बताया।