
एक ओर सरकार और सरकारी महकमा प्रदूषण पर लंबे चौड़े जागरूकता अभियान और कार्यवाहियों का ढिंढोरा पीटता है तो वहीं दूसरी ओर स्टोन क्रशर के मनमानी भरे रवैए पर मुंह मोड़ कर गहरी नींद में सोता हुआ नज़र आता है।
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मामला जुड़ा हुआ है सड़क के किनारे संचालित स्टोन क्रशर में जहां पर्यावरणीय मापदंडों को दरकिनार कर स्टोन की क्रशिंग की जा रही है। यह संचालित स्टोन क्रशर शहडोल जिले के गोहपारू तहसील के ग्राम झांपी टोला में रीवा शहडोल मार्ग पर संचालित है।
पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड गहरी नींद सो रहा है….
नियमों की मानें तो वायु में क्रशिंग के दौरान फैलने वाले डस्ट पार्टिकल्स को फैलने से रोकने के लिए स्प्रिंकलर के उपयोग का प्रावधान है। मगर यहां चलती हुई सड़क पर जो की रीवा शहडोल मुख्य मार्ग है के सम्मुख ही खुले आम नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं और शायद पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के अधिकारी मोटी मलाई उड़ा कर आराम फरमाने में मस्त हैं।
इनका कहना है…..
इस मामले में जब खनिज निरीक्षक प्रभात पट्टा से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो उनका फोन नहीं उठा।
स्टोन क्रशर के प्रदूषण संबंधी नियम वेबसाइट पर उपलब्ध हैं आप देख लीजिए और इस मामले की जांच हेतु जिले के अधिकारियों को बोल देता हूं।
श्रीवास्तव जी (पीसीबी अधिकारी)