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जांच अधिकारी एडीओ समाज कल्याण प्रशान्त खरे ने जांच के नाम पर किया बड़ा खेल
– प्रशान्त खरे ने शिकायतकर्ता को गुमराह कर सुलहनामा पर करा लिया हस्ताक्षर – सूत्र
– प्रशान्त खरे ने फर्जी जांच रिपोर्ट लगाने के नाम पर ग्राम प्रधान से ऐंठा मोटी रकम – सूत्र
– मनचाहा कमीशन लेकर फर्जी कार्यों की एम बी करने में सफल है टी ए (जे ई ) विनोद यादव
– विवादों में घिरे बहुचर्चित सचिव संजीव कुमार भी भ्रष्टाचार को बढ़ाने में नही छोड़ रहे कोई कोर कसर
गौर बस्ती – ग्राम पंचायत मुड़सरा में मनरेगा भ्रष्टाचार की जांच खंड विकास अधिकारी गौर के० के० सिंह के निर्देश पर सहायक विकास अधिकारी समाज कल्याण गौर प्रशान्त खरे ने किया और फर्जी जांच आख्या रिपोर्ट लगाने के नाम पर ग्राम प्रधान सावित्री देवी से मोटी रकम ऐंठा है तथा फर्जी जांच आख्या रिपोर्ट लगाकर उच्च अधिकारियों के आंख में धूल झोंक दिया है । फर्जी जांच आख्या रिपोर्ट पर फर्जी भुगतान हेतु ग्राम प्रधान सावित्री देवी द्वारा सारी प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई है । रोजगार सेवक कुसुम यादव मनरेगा मजदूरों की फर्जी हाजिरी लगाने माहिर हैं और आरोपों में घिरे बहुचर्चित सचिव संजीव कुमार भी मनरेगा भ्रष्टाचार को बढ़ाने में कोई एक और कसर नहीं छोड़ रहे हैं एवं टी ए (जे ई )विनोद यादव मनचाहा कमीशन लेकर बिना कार्य हुए साइड की एम बी करने में सफल है ।
सूत्रों की माने तो जांच अधिकारी एडीओ समाज कल्याण प्रशान्त खरे ने मनरेगा फर्जीवाड़ा की शिकायत करने वाले ग्रामीण को बहला फुसलाकर कर शिकायत के निस्तारण हेतु हस्ताक्षर कर लिया था जिसका साक्ष्य शिकायतकर्ता के पास मौजूद हैं ।
विकासखंड गौर के अंतर्गत ग्राम पंचायत मुड़सरा में मनरेगा भ्रष्टाचार को लेकर ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत हुई थी और जांच कर फर्जी मस्टर रोल को जीरो करने की मांग किया था तथा भ्रष्टाचार में लिप्त जिम्मेदार कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग किया था। रोजगार सेवक कुसुम यादव फर्जी मनरेगा मजदूरों की हाजिरी लगाकर भ्रष्टाचार में सर्वोच्च स्थान प्राप्त कर रही थी और बेधड़क बहुचर्चित सचिव संजीव कुमार एवं तकनीकी सहायक के सह पर फर्जी हाजिरी लगाई जा रही थी । सूत्रों से पता चला था कि बहुचर्चित सचिव संजीव कुमार एवं तकनीकी सहायक (टी ए ) विनोद यादव कह रहे हैं कि पत्रकार के खबर चलाने से फर्जी भुगतान नहीं रुकेगा पत्रकार चाहे जितना खबर प्रकाशित करे । भुगतान हम सब बीडीओ साहब से मिलकर कर देंगे । ग्राम पंचायतों में मनरेगा कार्य कैसे होता है ?और कितना होता है ? सचिव और टी ए ने फर्जी भुगतान को करने में अपनी जिद पूर्ण कर लिया है ।
आप को बता दे कि ग्राम पंचायत मुड़सरा में रोजगार सेवक कुसुम देवी द्वारा पटरी सफाई कार्य के लिए 57 मनरेगा मजदूरों का आनलाइन मस्टर रोल जारी किया गया था। आनलाइन मस्टर रोल पर प्रतिदिन 53 मनरेगा मजदूरों की फर्जी हाजिरी रोजगार सेवक कुसुम यादव द्वारा लगाई जा रही थी। ग्रामीणों ने मीडिया के धरातलीय पड़ताल में बताया कि ग्राम प्रधान सावित्री देवी सचिव संजीव कुमार एवं तकनीकी सहायक (जे ई ) विनोद यादव के मिलीभगत से सरकारी धन पर डाका डाल रही थी । पटरी सफाई में दो – तीन दिन तक तीन – चार मनरेगा मजदूर साइट पर कार्य किये थे लेकिन पटरी सफाई में ऐसा फावड़ा मनरेगा मजदूरों ने चलाया था कि घास तक नही कटी थी और न ही गड्डे में एक फावड़ा मिट्टी डाला गया था । रोजगार सेवक कुसुम यादव के द्वारा प्रतिदिन बिना मनरेगा कार्य कराये फर्जी हाजिरी लगाने को लेकर विकासखण्ड गौर में चर्चा चल रही थी। वर्तमान समय में सड़क के दोनों तरफ घास एवं झाड़ियां लगी हुई है । सचिव संजीव कुमार एवं तकनीकी सहायक विनोद यादव अपना हिस्सा लेकर ब्लाक मुख्यालय पर बैठे रहते हैं चाहे ग्राम पंचायत में साइड पर कार्य हो या न हो । यदि ब्लाक के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा अपना कार्य जिम्मेदारी से करे तो ग्राम पंचायत में भ्रष्टाचार कम होगा और ग्राम पंचायत का विकास होगा । इस सम्बंध में रोजगार सेवक कुसुम यादव ने बताया था कि पटरी सफाई कार्य का आनलाइन मस्टर रोल जारी है जिसमें 53 मनरेगा मजदूरों की हाजिरी लगाई जाती है । वर्तमान समय पर साइड कोई मनरेगा मजदूर कार्य नही कर रहे हैं ।
जांच अधिकारी प्रशांत खरे के द्वारा मुड़सरा में जांच के नाम पर लीपापोती करने से रोजगार सेवक , ग्राम प्रधान ,सचिव व तकनीकी सहायक का मनोबल बढ़ रहा है और ग्राम पंचायतों में विकास कार्य के नाम पर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने की तैयारी में जुटे हैं । यदि इसी तरीके से विकास के नाम पर जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा सरकारी धन का बंदर बांट होता रहा तो ग्राम पंचायत का विकास होने के बजाय विनाश होगा । अब देखना यह है कि खंड विकास अधिकारी के० के० सिंह ग्राम पंचायत मुड़सरा का फिडिंग फर्जी मस्टर रोल का भुगतान रोक पाते हैं या सचिव , टी ए व जांच अधिकारी की तरह मामले को रफा-दफा कर देते हैं ।