
फर्जी डिग्री के सहारे सरकारी डाक्टरी, गोरखपुर में बड़ा खुलासा
प्रखर डेस्क । प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) खोराबार में तैनात सरकारी डॉक्टर राजेश कुमार के फर्जी एमबीबीएस डिग्री के सहारे नौकरी करने का खुलासा होने के बाद पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने डॉक्टर के पास से मेडिकल की 21 फर्जी डिग्रियां बरामद की हैं, जो देश के 9 विश्वविद्यालयों के नाम पर बनाई गई थीं। 24 फरवरी को पुलिस ने खोराबार पीएचसी पर संविदा पर तैनात डॉ. राजेश कुमार और उसके साथी सुशील चौधरी को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में डॉक्टर के पास से राजीव गांधी यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंस, कर्नाटक की तीन फर्जी एमबीबीएस डिग्रियां बरामद हुईं। इसके अलावा आईएफटीएम यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद, जेएस यूनिवर्सिटी, शिकोहाबाद, ओपीजेएस यूनिवर्सिटी, चुरू और आईके गुजराल पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी जैसी संस्थाओं के नाम पर बनी फर्जी डिग्रियां भी मिलीं। पुलिस की जांच में सामने आया कि आरोपी डॉक्टर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के एक गिरोह से संपर्क में था, जो मोटी रकम लेकर मेडिकल की फर्जी डिग्रियां तैयार करवाता था। गिरोह का सरगना अभी फरार है, जिसकी तलाश में पुलिस की टीम लगाई गई है। गोरखपुर पुलिस ने बरामद डिग्रियों की सत्यता की जांच के लिए लखनऊ, मेरठ, मुरादाबाद, कर्नाटक, पंजाब, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और शिकोहाबाद स्थित विश्वविद्यालयों में टीम भेजी है। एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने बताया कि जांच के बाद रिपोर्ट तैयार की जाएगी। फर्जी डिग्री के नेटवर्क में शामिल अन्य आरोपियों के नाम भी केस में जोड़े जाएंगे। पुलिस को उम्मीद है कि गिरोह के सरगना की गिरफ्तारी के बाद फर्जी मेडिकल डिग्री के इस पूरे रैकेट का खुलासा हो जाएगा। इस कार्यवाही के बाद पूरे फर्जीवाड़ा गिरोह में कोहराम मचा हुआ है।