
देवरिया, शहर की जल निकासी के लिए जल निगम नगरीय की तरफ से कतरारी मोड़ से हनुमान मंदिर तक आर सी सी स्टार्म ड्रेनेज परियोजना के तहत नाला निर्माण कराया जा रहा है। वहीं कुछ स्थानों पर अतिक्रमण व कुछ पेड़ होने के चलते नाला निर्माण में अवरोध हो रहा है। इसे लेकर जल निगम और नगर पालिका के अधिकारियों की संयुक्त बैठक भवन स्वामियों को एक सप्ताह के भीतर स्वयं अतिक्रमण हटा लेने का निर्देश दिया गया है।
शहर की जल निकासी व्यवस्था के लिए प्रदेश सरकार ने वर्ष 2021 में 41.11 करोड़ की परियोजना स्वीकृत दी थी। जिसे मार्च 24 तक पूर्ण कर लिया जाना था। लेकिन कार्य धीमा होने के चलते यह परियोजना पूर्ण नहीं हो पा रही थी। मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल जल निकासी कि इस परियोजना के निर्माण कार्य की सुस्त रफ्तार देख जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने 11 फरवरी को खोराराम रोड के निकट निर्माणाधीन नाले का निरीक्षण किया था। धीमी मिलने पर विभागीय अधिकारियों को फटकार लगाते हुए ठेकेदार पर प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया था। जिलाधिकारी के कड़े रुख के बाद नाला निर्माण में तेजी आई थी लेकिन एक बार फिर सीसी रोड के बाएं तरफ कतरारी मोड़ से बनते चले आ रहे नाला निर्माण के दौरान लगभग दो दर्जन स्थानों पर अतिक्रमण के चलते इसके निर्माण की रफ्तार पर ब्रेक लगा है। वहीं कुछ स्थानों पर लगभग एक दर्जन पेड़ होने से निर्माण में अवरोध है। इसे लेकर नगर पालिका व जल निगम के अधिकारियों के साथ बैठक हुई है। इसमें जिन लोगों ने अतिक्रमण किया है उन्हें स्वेच्छा से हटा लेने का निर्देश दिया गया है। जिसमें नगरपालिका द्वारा कुल 18 लोगों को नोटिस भेजा जाएगा। स्वेच्छा से अतिक्रमण नहीं हटाने पर प्रशासन द्वारा इसे हटवाने के साथ ही उनसे खर्च की वसूली की जाएगी। वहीं वन विभाग द्वारा नाला निर्माण में अवरोध करने वाले 11 पेड़ों को कटवाने के लिए कहा गया है। जिससे कि नाला निर्माण कार्य पूर्ण हो सके।