
जिला संवाददाता सुखदेव आजाद
*जिला जांजगीर चांपा* चांपा नगर पालिका परिषद के दूसरे मंजिल पर कार्य करने वाले पुरुष और महिला कर्मचारियों को इन दिनों भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसका प्रमुख कारण वहां मौजूद शौचालय और बाथरूम पर हमेशा ताला लगा रहना है। यह समस्या लगातार बनी हुई है, जिससे कर्मचारियों को असुविधा झेलनी पड़ रही है।
*प्रति दिन बंद रहता है शौचालय, कर्मचारी परेशान*
सूत्रों के अनुसार, नगर पालिका कार्यालय के दूसरे मंजिल पर स्थित शौचालय और बाथरूम को हमेशा ताले में बंद रखा जाता है। ऐसे में वहां कार्यरत कर्मचारियों को अपनी जरूरतों के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है। विशेष रूप से महिला कर्मचारियों के लिए यह स्थिति और भी अधिक गंभीर हो जाती है क्योंकि उनके लिए उपयुक्त वैकल्पिक व्यवस्था उपलब्ध नहीं है।
*काम छोड़कर जाना मजबूरी*
शौचालय सुविधा न होने की वजह से कर्मचारी कार्यालय छोड़कर बाहर जाने को मजबूर होते हैं, जिससे कार्य में बाधा आती है। सरकारी कार्यालयों में इस प्रकार की अव्यवस्था न केवल कर्मचारियों की परेशानी बढ़ा रही है, बल्कि प्रशासन की लापरवाही को भी उजागर कर रही है।
*महिला कर्मचारियों के लिए स्थिति और भी दयनीय*
महिला कर्मचारियों के लिए यह समस्या और अधिक गंभीर हो जाती है क्योंकि सार्वजनिक स्थानों पर उचित सुविधाएं उपलब्ध नहीं होतीं। मजबूरी में उन्हें या तो लंबे समय तक रुकना पड़ता है या फिर बाहर जाकर असुविधाजनक परिस्थितियों में अपनी जरूरतें पूरी करनी पड़ती हैं।
*प्रशासन की लापरवाही या जानबूझकर अनदेखी?*
यह सवाल उठना लाजिमी है कि आखिरकार नगर पालिका प्रशासन इस समस्या को लेकर इतना उदासीन क्यों है? शौचालय जैसी बुनियादी सुविधा को बंद रखना कर्मचारियों के स्वास्थ्य और कार्यशैली पर नकारात्मक प्रभाव डाल रहा है। यह समस्या किसी एक दिन की नहीं, बल्कि लंबे समय से बनी हुई है, जिसे नजरअंदाज किया जा रहा है।
*कर्मचारियों ने की उचित व्यवस्था की मांग*
नगर पालिका कार्यालय में काम करने वाले कर्मचारियों ने प्रशासन से मांग की है कि शौचालय और बाथरूम को नियमित रूप से खुला रखा जाए, ताकि किसी को भी इस तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। अगर जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं किया गया तो कर्मचारियों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जा सकता है।
*आवश्यक कार्यवाही करनी चाहिए चांपा सीएमओ को*
चांपा नगर पालिका परिषद के दूसरे मंजिल पर कार्यरत कर्मचारियों की इस समस्या को प्रशासन को गंभीरता से लेना चाहिए। सरकारी दफ्तरों में इस तरह की मूलभूत सुविधाओं की कमी कर्मचारियों की कार्यक्षमता को प्रभावित कर सकती है। जल्द से जल्द इस अव्यवस्था को दूर किया जाना चाहिए ताकि सभी कर्मचारियों को सम्मानजनक और सुविधाजनक कार्यस्थल मिल सके।