कोरियाछत्तीसगढ़

*12 सौ मीटर WBM देवीधाम सड़क में जंगल के बड़े बड़े पत्थरों का उपयोग मुरूम के जगह मिट्टी डालकर लीपापोत का प्रयास है जारी सैकड़ों वृक्ष चढ़ गए भ्रष्टाचार की भेंट*

 

 

सोनहत/कोरिया- वन परिक्षेत्र सामान्य सोनहत में विभाग द्वारा एक WBM 12 सौ मीटर सड़क का निर्माण किया जा रहा है। आरोप है कि विभागीय कर्मचारियों द्वारा वन परिक्षेत्र देवीधाम क्षेत्र के अंदर से ही पत्थर, मिट्टी, आदि का अवैध रूप से जेसीबी द्वारा खनन करके निर्माण कार्य किया जा रहा है। 

 

 पूरा मामला पंचायत सोनहत के पंडोपारा से देवीधाम 12 सौ मीटर WBM सड़क का निर्माण कराया जा रहा है । जिसमें कार्यस्थल पर मौजूद लेबर द्वारा बताया गया कि धड़ल्ले से जंगल के अमानक पत्थरों एवं मिट्टीनुमा मुरूम का प्रयोग करते हुए जेसीबी मशीन लगाकर निर्माण कार्य कराया जा रहा था हमारे द्वारा एक ट्रैक्टर ड्राइवर से पूछने पर उसने बताया कि मिट्टी  ढुलाई का कार्य हम लोग कर रहे हैं जेसीबी मशीन खोदाई करके लोड करता है हम लोग रोड में गिराते हैं जब हमने पूछा कि मुरूम कहां से लाते हो तो उसने कहा कि मुरूम यहां नहीं है कहीं इसलिए मिट्टी ही डाल रहे हैं जंगल का पत्थर एक लेयर में भरा हुआ है जिस पर मिट्टी डालते हैं। जेसीबी मशीनों की खुदाई से हरे भरे जंगल बड़े पैमाने पर गड्ढों में तब्दील हो गए मैदान हो गए हैं सैकड़ों हरे भरे पेड़ भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गए हैं ।

 

वन विभाग आम जनमानस से किसी भी कार्य पर पारदर्शिता नहीं चाहता है उसके किसी भी कार्य में कहीं भी राशि का उल्लेख नहीं किया जाता है । निर्माण स्थल पर किसी प्रकार का कोई साइन बोर्ड भी नहीं लगा है । जिससे कि आम लोगों को कार्य की स्थिति एवं स्वीकृति राशि अवगत हो सके 

 

बयान === रेंजर सोनहत सामान्य

मामले में हमने सोनहत रेंज के रेंजर अजीत सिंह से फोन पर इसकी जानकारी ली उन्होंने बताया कि कार्य 12 सौ मीटर WBM सड़क है लेकिन जब हमने सड़क में डल रहे अमानक पत्थरों और स्वीकृति राशि के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि जंगल का पत्थर ही लगना है और स्वीकृति राशि की जानकारी नहीं है कहकर बात को टाल गए।

 

 इससे एक बात तो स्पष्ट हो जाती है कि कराए जा रहे कार्य नीचे से लेकर बड़े आला अधिकारियों के नजर में भी हैं लेकिन कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं इसे समझा जा सकता है कि भ्रष्टाचार की जड़े कितनी गहरी हैं। जहां एक ओर आग लगाने के  शक में आदिवासी नाबालिक लड़के को रात भर रख कर मारपीट किया जाता है। वहीं जब सैकड़ों पेड़ों को  बर्बाद किया जा रहा हैं ऐसे में इन अधिकारी कर्मचारियों की क्या सजा होनी चाहिए।ये तो अब जिम्मेदार अधिकारियों को तय करना है।

Back to top button
error: Content is protected !!