
✍️अजीत मिश्रा✍️
सिद्धार्थनगर
सिद्धार्थनगर जनपद के लोटन ब्लॉक क्षेत्र के लोटन-सोहांस मार्ग पर खड़वा चौराहे के पास बड़ी मात्रा में बिना एक्सपायर हुई सरकारी दवाएं फेंके जाने से सनसनी फैल गई है। इस घटना से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है और स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। स्थानीय लोगों ने इस लापरवाही पर कड़ी नाराजगी जताई है और मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।सिद्धार्थनगर जनपद आए दिन अपने कामों की वजह से सुर्खियों में बना रहता है।
लोटन-सोहांस रोड के किनारे, खड़वा चौराहे से लगभग 500 मीटर की दूरी पर सड़क किनारे फेंकी गई दवाओं का ढेर देखकर राहगीरों के होश उड़ गए। सैकड़ों की संख्या में अलग-अलग बैच नंबरों वाली ये दवाएं बच्चों के लिए एंटीबायोटिक बताई जा रही हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि जरूरतमंदों को दवाएं उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं, जबकि इस तरह सरकारी दवाओं को खुले में फेंका जा रहा है।
इस घटना को लेकर लोगों में भारी आक्रोश है। उनका कहना है कि जब मरीजों को अस्पतालों में इन दवाओं के लिए भटकना पड़ता है, तब इस तरह की लापरवाही अस्वीकार्य है। लोगों ने मांग की है कि इस मामले की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए और जो भी इसके लिए जिम्मेदार हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
इस संबंध में जब मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) डॉ. रजत कुमार चौरसिया से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस मामले की कोई जानकारी नहीं है। हालांकि, उन्होंने यह जरूर कहा कि दवा के बैच नंबर से यह पता लगाया जा सकता है कि यह किस अस्पताल से संबंधित है। उन्होंने आश्वासन दिया कि जानकारी मिलने के बाद मामले की जांच की जाएगी और दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।