
नई दिल्ली:-पहलगाम आतंकी हमले के बाद पीओके में पाकिस्तान के आतंकियों और सेना की धुक-धुक दिन बीतने के साथ-साथ बढ़ती जा रही है. ऐसा होना लाजमी भी है क्योंकि किसी भी वक्त भारतीय सेना का प्रहार हो सकता है. पीओके में आर्मी और लोग तेजी से असला और रसद भरने में लगे हुए हैं. इससे पहले आर्मी पहलगाम नरसंहार का बदला ले, भारत सरकार की तरफ से पाकिस्तान पर आज यानी 3 मई को ट्रिपल अटैक किया गया है. एक दिन में पाकिस्तान के खिलाफ तीन ऐसे कदम उठाए गए हैं, जिसके चलते पहले से कंगाल पाकिस्तान दाने-दाने के लिए तरसने की स्थिति में आ सकता है. चलिए हम आपको आज भारत सरकार के द्वारा पाकिस्तान पर लिए गए इन कड़े कदमों के बारे में बताते हैं.
पाकिस्तानी जहाजों की भारतीय पोर्ट पर एंट्री बैन
भारत सरकार की तरफ से आज यह निर्णय लिया गया है कि पकिस्तान का कोई भी जहाज भारतीय पोर्ट पर एंट्री नहीं लेगा. पाकिस्तानी कमर्शियल शिप की भारत के सभी पोर्ट पर एंट्री को बैन कर दिया गया है. सरकारी आदेश में कहा गया है कि पाकिस्तान का फ्लैग लगे किसी भी जहाज को भारतीय पोर्ट पर प्रवेश करने की इजाजत नहीं दी जाएगी. ऐसा पाकिस्तान के साथ ट्रेड को पूरी तरह से खत्म करने के निर्णय का और मजबूत से पालन करने के लिए लिया गया है.
पाकिस्तान से इनडायरेक्ट इम्पोर्ट बंद
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर करारा प्रहार करते हुए भारत ने पड़ोसी देश से होने वाले सभी इनडायरेक्ट इम्पोर्ट को भी बंद कर दिया है. कॉमर्स मिनिस्ट्री ने आज अधिसूचना जारी कर विदेश व्यापार नीति (FTP) 2023 में बदलाव की घोषणा की. पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान को करारी चोट देने के लिए डायरेक्टर जनरल ऑफ फॉरन ट्रेड जारी आदेश में कहा कि पाकिस्तान से कोई भी सामानआयात नहीं होगा. चाहे यह जैसे दुबई या सिंगापुर जैसे दूसरे देशों से आएगा तो भी उसपर बैन रहेगा. पहले डायरेक्ट ट्रेड बंद था लेकिन अब इनडायरेक्ट ट्रेड भी रोका जा रहा है. इससे पाकिस्तान को सालाना करीब 10 अरब डॉलर का नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है. इस निर्णय के बाद अब पाकिस्तान किसी दूसरे देश के जरिए भी भारत की दवाएं नहीं खरीद पाएगा.
भारत सरकार ने हाल ही में पाकिस्तान से सभी डायरेक्ट और इनडायरेक्ट आयात पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया है. यह निर्णय राष्ट्रीय सुरक्षा और सार्वजनिक नीति के हित में लिया गया है, जो पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर गहरा प्रभाव डाल सकता है. ऐसे में आइए जानते हैं आखिर क्या है इनडायरेक्ट ट्रेड और कैसे होता है ये?
क्या है इनडायरेक्ट ट्रेड?
इनडायरेक्ट ट्रेड वह व्यापार होता है जिसमें एक देश दूसरे देश से सीधे व्यापार न करके किसी तीसरे देश के माध्यम से वस्तुओं का आयात या निर्यात करता है. उदाहरण के लिए, यदि भारत पाकिस्तान से सीधे सामान नहीं खरीदता, लेकिन दुबई, सिंगापुर या अन्य किसी देश के माध्यम से वही सामान खरीदता है, तो इसे इनडायरेक्ट ट्रेड कहा जाता है.
भारत का निर्णय और इसका प्रभाव
भारत सरकार ने अधिसूचना जारी कर पाकिस्तान से सभी प्रत्यक्ष और परोक्ष आयात पर प्रतिबंध लगा दिया है. यह निर्णय 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद लिया गया है, जिसमें 26 लोग मारे गए थे. भारत ने इस हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया है, जबकि पाकिस्तान ने इसमें अपनी संलिप्तता से इनकार किया है.
इस प्रतिबंध से पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है, क्योंकि भारत पाकिस्तान के लिए एक महत्वपूर्ण व्यापारिक साझेदार रहा है. इनडायरेक्ट ट्रेड के माध्यम से पाकिस्तान भारत को कई वस्तुएं निर्यात करता था, जिनमें सेंधा नमक, सूखे मेवे, स्टील, कपड़े, जूते, और अन्य उपभोक्ता वस्तुएं शामिल हैं.
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया
पाकिस्तान ने भारत के इस निर्णय की निंदा की है और इसे एकतरफा और अनुचित बताया है. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि भारत का यह कदम दोनों देशों के बीच पहले से ही तनावपूर्ण संबंधों को और बिगाड़ेगा.
भारत द्वारा पाकिस्तान से इनडायरेक्ट ट्रेड पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों में एक महत्वपूर्ण मोड़ है. यह निर्णय पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर गहरा प्रभाव डाल सकता है, विशेष रूप से उन उद्योगों पर जो भारत को निर्यात पर निर्भर हैं. आने वाले समय में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि दोनों देश इस स्थिति को कैसे संभालते हैं और क्या कोई समाधान निकलता है.
भारत ने पाकिस्तान से पोस्टल सेवा भी रोकी
पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ तीसरा प्रहार करते हुए भारत सरकार ने पड़ोसी देश के साथ जुड़ी डाक सेवाओं यानी पोस्टल सर्विसेज को भी पूरी तरह बंद करने का ऐलान आज किया. कॉमर्स मिनिस्ट्री और विदेश मंत्रालय की ज्वाइंट अधिसूचना के तहत यह आदेश लागू किया जाएगा, जिसे पाकिस्तान संग राष्ट्रीय सुरक्षा और कूटनीतिक दबाव की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है. कहा गया कि अब भारत और पाकिस्तान के बीच पत्र, पार्सल और दस्तावेजों का आदान-प्रदान पूरी तरह रुक गया है. इससे पहले 2019 के पुलवामा हमले और 1971 के युद्ध के दौरान भी डाक सेवाएं ऐसे ही बंद कर दी गई थी. इस कदम से पाकिस्तान के छोटे व्यापारियों, ई-कॉमर्स और आम नागरिकों को बड़ा झटका लगेगा.डाक विभाग ने यह आदेश जारी किया है कि अब हवाई या जमीनी मार्ग से पाकिस्तान को किसी भी तरह की डाक या पार्सल सेवा नहीं दी जाएगी। इसका मतलब है कि न तो व्यक्तिगत चिट्ठियां, न कोई कूरियर और न ही कोई व्यवसायिक सामग्री अब भारत से पाकिस्तान भेजी जा सकेगी। यह आदेश संचार मंत्रालय के अधीन डाक विभाग ने सीधे तौर पर जारी किया है और तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है। यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई थी। हमले में मारे गए लोगों में बड़ी संख्या में पर्यटक थे। सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में साफ देखा गया कि कैसे आतंकियों ने अंधाधुंध गोलियां चलाकर दहशत फैलाई। इस हमले के तार सीमा पार पाकिस्तान से जुड़े पाए गए हैं। इससे नाराज भारत सरकार अब हर स्तर पर पाकिस्तान पर दबाव बना रही है।
भारत ने पहले क्या कदम उठाए?
पहलगाम हमले के बाद भारत की ओर से पाकिस्तान के खिलाफ कई कड़े कदम उठाए गए थे.
भारत ने पाकिस्तान के साथ 1960 के सिंधु जल समझौते को तुरंत प्रभाव से निलंबित रखने का फ़ैसला किया है.
भारत ने अटारी इंटिग्रेटेड चेक पोस्ट को भी तुरंत प्रभाव से बंद करने का फ़ैसला किया है.
इसके अलावा पाकिस्तानी नागरिक सार्क वीजा छूट स्कीम (एसवीईएस) के तहत जारी वीजा के आधार पर भारत की यात्रा नहीं कर पाएंगे.
भारत ने पाकिस्तान से आने वाले विमानों के लिए अपना एयरस्पेस बंद कर दिया है.
पाकिस्तान ने क्या कदम उठाए?
पाकिस्तान ने भी भारत की ओर से उठाए गए कदमों का जवाब दिया है.
पाकिस्तान ने भारत के स्वामित्व वाली या उसकी ओर से संचालित सभी एयरलाइंस के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया है.
साथ ही वाघा सीमा को भी बंद किया गया है.
पाकिस्तान ने सिख तीर्थयात्रियों को छोड़कर सार्क वीज़ा छूट कार्यक्रम के तहत सभी भारतीय नागरिकों को दिए गए सभी वीज़ा निलंबित कर दिए हैं और कहा है कि इन्हें रद्द माना जाना चाहिए.